भावांतर योजना में चने बेचने के बाद पौने दो लाख रुपए के लिए दो माह से चक्कर लगा रहा था किसान, प्रबंधक, हम्माल व कर्मचारी के साथ मार-पीट व झूमाझटकी के बाद तत्काल बना दिया चेक !

Pipliya Mndi 19-07-2018 Regional

भावांतर योजना में चने बेचने के बाद पौने दो लाख रुपए के लिए दो माह से चक्कर लगा रहा था किसान, संस्था द्वारा राशि देने से मना करने के बाद हम्माल, कर्मचारी की पिटाई व प्रबंधक के साथ झूमाझटकी के बाद तत्काल बना दिया चेक ! 
 
रिपोर्ट- जेपी0तेलकार
 
पिपलिया स्टेशन।  भावांतर योजना में दो माह पूर्व करीब पौने दो लाख रुपए के चने बेचने के बाद भुगतान के कई बार चक्कर लगवाने के बाद राशि देने से मना करने पर आक्रोशित किसानों ने पिपलिया प्राथमिक कृषि सहकारी साख संस्था के हम्माल व कम्प्युटर ऑपरेटर के साथ मारपीट की व प्रबंधक खूबचंद देवाणी के साथ भी झूमाझटकी की तो संस्था ने तत्काल किसान को चेक बनाकर दे दिया। सूचना पर पुलिस भी पहंुची व घटना की जानकारी ली। गांव लूनाहेड़ा के किसान कमलेश कुमावत ने बताया कि वह 15 अप्रेल 2018 को गुड़भेली प्राथमिक कृषि सहकारी साख संस्था के पिपलिया में खरीदी केन्द्र पर उनके बेटे दिनेश के साथ 40 क्विंटल चना बेचने आए थे। जिसकी कच्ची पर्ची तुलाई के बाद दी गई, कमलेश ने बताया परिवार में गमी हो जाने के कारण कच्ची पर्ची देने पर ज्यादा बहस नही की और चले गए। चने का बिल 1 लाख 76 हजार रुपए का बना। कुछ दिनों बाद मैंने बैंक में तलाश की तो खाते में रुपए नही आए थे, सोयायटी पहंुचा तो बोले खाते में रुपए आ जाएंगे। कमलेश बताया कि बैंक में अलग-अलग दिन पांच-सात बार पहंुचा, लेकिन भुगतान नही आया था। किसान ने बताया जब दो दिन पूर्व पुनः पिपलिया में संस्था पहंुचा तो मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों का कहना था कि तुमने हमें चने दिये ही नही, तुम्हारे लड़के ने चने कहीं और बेच दिए है, इसका कोई भुगतान तुम्हें नही मिलेगा व गाली-गलौज कर भगा दिया और कहा कि तुम्हारे पास क्या सबूत है कि तुमने संस्था को चने बेचे है। किसान कमलेश ने गांव पहंुच ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी, किसान ने घर पर तुलाई के दौरान दी गई पर्ची को ढ़ंूढा तो वह मिल गई, जिसे साथ लेकर गुरुवार को वह ग्रामीणजनों के साथ पिपलिया प्राथमिक कृषि सहकारी साख संस्था पहंुचा। किसानों ने प्रबंधक खूबचंद देवाणी को पर्ची बताई और कहा कि हम्माल सलीम से दिलीप महावर ने 40 क्ंिवटल चने की फसल तुलवाई थी। इस बात मानने को अधिकारी/कर्मचारी तैयार नही हुए तो ग्रामीणों ने हम्माल सलीम के साथ मारपीट शुरु कर दी। बीच-बचाव करने आए कम्प्युटर ऑपरेटर समरथ पाटीदार के साथ भी हाथापाई हुई, किसानों ने प्रबंधक खूबचंद देवाणी के साथ भी झूमाझटकी की। इस दौरान संस्था अध्यक्ष शरद जैन भी पहंुचे व किसानों को समझाइश दी, विवाद बढ़ता देख संस्था ने किसान को 1 लाख 76 हजार रुपए का चेक बनाकर दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ। सूचना पर डॉयल 100 से पुलिस भी पहंुची व प्रबंधक खूबचंद देवाणी, खरीदी अधिकारी प्रेमसिंह से घटना की जानकारी ली। 
 
इस कारण नही दिया जा रहा था भुगतान......
प्रबंधक देवाणी का कहना है किसान पूर्व में भी भुगतान नही होने के की शिकायत लेकर पहुंचा था, लेकिन चने बेचे उसकी पर्ची उसके पास नही थी, किसान का कहना था कि पर्ची कहीं गुम हो गई है इसलिये किसान पर्ची नही लाया। एेसी स्थिति में भुगतान नही किया जा सका। गुरुवार को वह किसानों के साथ पहुंचा और उसके पास पर्ची भी थी। जिस पर हम्माल व तुलाई करने वाले के हस्ताक्षर थे। उसके बाद किसान को चेक बनाकर दे दिया। देवाणी ने बताया किसानों ने हम्माल व कम्प्युटर ऑपरेटर के साथ मारपीट की, मेरे साथ मारपीट की घटना नही हुई है
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जांच की जा रही है.....
चौकी प्रभारी दिलीप राजौरिया ने बताया संस्था द्वारा किसान को भुगतान नही किए जाने के बाद मारपीट की शिकायत आई है, पुलिस जांच कर रही है। फिलहाल प्रकरण दर्ज नही किया है।