सु-प्रभात

Neemuch 24-07-2018 Thought of the day

“कठोर किंतु सत्य”


माचिस किसी दूसरी चीज
को जलाने से पहले खुद
को जलाती हैं..!
"गुस्सा" भी एक माचिस की तरह है..!
यह दुसरो को बरबाद करने से पहले
खुद को बरबाद करता है…..

 
आज का कठोर व कङवा सत्य !!
चार "रिश्तेदार" एक दिशा में
तब ही चलते हैं ,
जब पांचवा कंधे पर हो…..
 
रिश्तों की बगिया में एक "रिश्ता" नीम के पेड़ जैसा भी रखना,
जो सीख भले ही कड़वी देता हो पर
तकलीफ में मरहम भी बनता है..…