सु-प्रभात

Neemuch 12-08-2018 Thought of the day

हक़ीक़त जिंदगी की,
ठीक से जब जान जाओगे;
ख़ुशी में रो पड़ोगे;
और गमों में मुस्कुराओगे ।
खुद से बहस करोगे तो,
सारे सवालों के जवाब मिल जायेंगे;
अगर दूसरो से करोगे तो,
और नये सवाल खड़े हो जायेंगे ।
हमारी समस्या का समाधान;
केवल हमारे पास है,
दूसरों के पास केवल;
सुझाव हैं ।
 
परिस्थितियाँ;
जब विपरीत होती हैं,
तब व्यक्ति का;
प्रभाव और 
पैसा नहीं,
स्वभाव और सम्बंध,
काम आते हैं ।