सु-प्रभात
Neemuch 16-08-2018 Thought of the day
-बहुत ही सुन्दर वर्णन है-
मस्तक को थोड़ा झुकाकर देखिए… अभिमान मर जाएगा
आँखें को थोड़ा भिगा कर देखिए… पत्थर दिल पिघल जाएगा
दांतों को आराम देकर देखिए…… स्वास्थ्य सुधर जाएगा
जिव्हा पर विराम लगा कर देखिए… क्लेश का कारवाँ गुज़र जाएगा
इच्छाओं को थोड़ा घटाकर देखिए…. खुशियों का संसार नज़र आएगा…
पूरी "जिंदगी" हम इसी बात में गुजार देते हैं कि ..
“चार लोग क्या कहेंगे”,
और अंत में चार लोग बस यही कहते हैं कि "राम नाम सत्य है"
“चार लोग क्या कहेंगे”,
और अंत में चार लोग बस यही कहते हैं कि "राम नाम सत्य है"
जो पानी से नहायेगा वो सिर्फ लिबास बदल सकता है…
लेकिन जो पसीने से नहायेगा वो इतिहास बदल सकता है…
लेकिन जो पसीने से नहायेगा वो इतिहास बदल सकता है…