सु-प्रभात
Neemuch 17-08-2018 Thought of the day
!! उत्तम विचार !!
प्रभु न दंड देते है, प्रभु न माफ करते है,
वह तो कर्म-फल के तराजू है…
जो बस इंसाफ करते है
सुख-दुख का बटन तेरे हाथ में है बन्दे,
तुम उसे खुद ही ऑन करते हो और ऑफ करते हो
ईश्चर के न्याय की चक्की धीमी जरूर चलती है
पर पीसती बहुत बारीक है।
भाग्यशाली
वे नही होते जिन्हें
सब कुछ अच्छा मिलता है
बल्कि वे होते हैं
जिन्हें जो मिलता है,
उसे वो अच्छा बना लेते हैं!
वे नही होते जिन्हें
सब कुछ अच्छा मिलता है
बल्कि वे होते हैं
जिन्हें जो मिलता है,
उसे वो अच्छा बना लेते हैं!
मैं निकला सुख की तलाश में
रास्ते में खड़े दुखों ने कहा…
हमें साथ लिए बिना…
सुखों का पता नहीं मिलता
जनाब…
रास्ते में खड़े दुखों ने कहा…
हमें साथ लिए बिना…
सुखों का पता नहीं मिलता
जनाब…