सु-प्रभात
Neemuch 19-08-2018 Thought of the day
मनुष्य को हमेशा यह नही सोचना चाहिए की वो अपने जीवन में कितना खुश है,
बल्कि यह सोचना चाहिये की उस मनुष्य की वजह से दूसरे कितने खुश हैं।
जब तक मनुष्य के जीवन में सुख-दुख नही आयेगा,
तब तक मनुष्य को ये एहसास कैसे होगा कि जीवन में क्या सही है और क्या गलत।
तब तक मनुष्य को ये एहसास कैसे होगा कि जीवन में क्या सही है और क्या गलत।
हमेशा मनुष्य को परछाई और आईने की तरह दोस्त बनाने चाहिए,
क्योंकि परछाई कभी साथ नही छोड़ती और आईना कभी झूठ नही बोलता।
क्योंकि परछाई कभी साथ नही छोड़ती और आईना कभी झूठ नही बोलता।