सु-प्रभात

Neemuch 26-08-2018 Thought of the day

बड़प्‍पन वह गुण है,
जो पद से नहीं संस्‍कारों से प्राप्‍त होता है
परायों को अपना बनाना उतना मुश्किल नहीं,
जितना अपनों को अपना बनाए रखना होता है।

 
जीवन में किसी को रूलाकर
हवन भी करवाओगे तो कोई फायदा नहीं
और
अगर रोज किसी एक आदमी को भी हंसा दिया
तो आपको अगरबत्‍ती भी जलाने की जरूरत नहीं!
 
मुस्‍कान हृदय की मधुरता की तरफ इशारा करती है,
और शांति बुद्धि की परिपक्‍वता की तरु इशारा करती है
और दोनों का ही होना एक मनुष्‍य की
संपूर्णता होने का इशारा करते हैं…