सु-प्रभात
Neemuch 28-08-2018 Thought of the day
लगातार मिल रही असफलताओं से निराश नहीं होना चाहिए,क्योंकि कभी-कभी........गुच्छे की आखिरी और अंतिम चाबी भी ताला खोल दिया करती है!
जल्द और आसानी से मिलने वाली चीज़ें ज्यादा दिन तक नहीं चलती और जो चीज़ें ज्यादा दिन तक चलती हैं वो जल्द नहीं मिलती!!
ये हम इंसानों की सोच है की अकेला कुछ नही कर सकता (अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता) लेकिन...हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए की सूरज तो अकेला ही चमकता है!!!