आठ हजार से अधिक तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 3.93 करोड का बोनस वितरित
चरण पादुकाएं मानव उपयोग के लिए पूरी तरह सुरक्षित है-श्री चावला
रिपोर्ट- जिला जनसम्पर्क डेस्क-
नीमच। मध्यप्रदेश शासन द्वारा चरण पादुका योजना के तहत तेन्दूपत्ता संग्राहकों को वितरित की गई चरण पादुकाएं (जुते चप्पल) मानव उपयोग के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। यह अफवाह पूर्णत: असत्य एवं भ्रामक है, कि चरण पादुका योजना के तहत वितरित जुते चप्पल मानव स्वास्थ्य के लिए अनुकूल नहीं है। वितरित की गई चरण पादुकाओं की गुणवत्ता एवं मानकों की जांच, प्रतिष्टित संस्थाओं से करवाई गई है।
यह बात मनासा क्षेत्र के विधायक श्री कैलाश चावला ने शुक्रवार को रतनगढ में सामान्य वनमण्डल नीमच द्वारा आयोजित तेन्दूपत्ता बोनस वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए कही। इस मौके पर विधायक जावद श्री ओमप्रकाश सकलेचा, नीमच विधायक श्री दिलीपसिह परिहार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अवंतिका जाट, नगर पंचायत रतनगढ के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश मुन्दडा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, वनमण्डलाधिकारी श्री रमेशचंद्र विश्वकर्मा, जिला पंचायत सीईओ श्री कमलेश भार्गव भी मंचासीन थे।
इस जिला स्तरीय तेन्दूपत्ता बोनस वितरण समारोह में तेन्दूपत्ता संग्रहण सीजन 2017 के संग्राहकों को म.प्र.शासन राज्य लघु वनोपज संघ भोपाल द्वारा तीन करोड तरानवे लाख उनतालीस हजार नौ सौ बावन रूपये की बोनस राशि अतिथियों के हाथों वितरित की गई। समारोह में 6 हजार से अधिक तेन्दूपत्ता संग्राहक एवं उनके परिजन उपस्थित थे। समारोह में वनोपज सहकारी समिति चीताखेडा के 2 हजार 594 संग्राहकों को एक करोड 13 लाख 88 हजार 264 रूपये, रामपुरा के 3 हजार 5 संग्राहकों को, एक करोड 88 हजार 472 रूपये एवं रतनगढ के 2 हजार 763 संग्राहकों को एक करोड 78 हजार 216 रूपये की बोनस राशि का वितरण किया गया। जिले के सभी संग्राहकों को 31 अगस्त को 2018 को बोनस राशि उनके बैंक खाते में जमा करा दी गई है।
प्रारंभ में अतिथियों ने माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर, कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वनमण्डलाधिकारी श्री विश्वकर्मा, एसडीओ वन श्री एसके अटोदे, श्री बीपी शर्मा, रेंजर श्री अमित खन्ना, एवं वनोपज समितियों के पदाधिकारियो ने मंचासीन अतिथियों को पुष्पहारो से स्वागत किया।
स्कूली छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस मौके पर जनप्रतिनिधि, पत्रकारगण, गणमान्य नागरिक एवं बडी संख्या में जिलेभर से आए तेन्दूपत्ता संग्राहक एवं उनके परिजन उपस्थित थे।