दो दिवसीय हाॅकी प्रतियोगिता सम्पन्न
खेलों से बढता है आत्मविश्वास - एन.के.डबकरा
रिपोर्ट- केबीसी डेस्क
नीमच। खेलों से विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढता है। खेल से हार कर जीतने की भावना सीखने को मिलती है। खेलों के माध्यम से बच्चे जीवन में संघर्ष कर जितना सीखते हैं। असफलता ही सफलता का परिचायक है। यह बात महाविद्यालय प्राचार्य एन.के.डबकरा ने कही। वे जिला हाॅकी एसोसिएशन नीमच द्वारा हाॅकी जादूगर मेजर ध्यानचंद जन्म दिवस 29 अगस्त के उपलक्ष्य में खेल दिवस पर आयोजित हाॅकी प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि खेलों से सामाजिक सदभाव भी बढता है और राष्ट्रीय एकता भी मजबूत होती है। महिलाएं भी हाॅकी में भारत का नाम चमका रही हैं, जो गौरव की बात है। हाॅक पर भारत का वर्षों तक अधिकार रहा है। एशियाड ओलम्पिक में भी खिलाडी जबर्दस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। श्रीलंका को रिकार्ड 20 - जीरो से हराया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गोपाल गर्ग जीजी ने नीमच के खिलाडियों ने खेल प्रतिभा का हमेशा महत्वपूर्ण प्रदर्शन किया है। जो सम्मान योग्य है। विशिष्ठ अतिथि अन्तर्राष्ट्रीय हेण्डबाॅल खिलाडी सुरेन्द्र चैहान ने कहा कि नीमच क्षेत्र भी हाॅकी के क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। शीघ्र ही ये हाॅकी का गढ बनेगा। ध्यानचंद ने सेना में नौकरी के बाद शाम को चंद्रमा की रोशनी में अभ्यास किया था जो आज भी आदर्श प्रेरणादयी है।
विशिष्ठ अतिथि जितेन्द्र गोयल ने खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला। सचिव प्रतिवेदन इम्तियाज खान ने प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता में 8 स्कूलों के खिलाडियों ने भाग लिया। इस अवसर पर कोच बाबूराम क्षेत्री, उमा भटनागर, परवेज खान, शैलेष सोनी, प्रियंका जौहरी, नासिर खान का सम्मान किया गया।
प्रतियोगिता में अंडर 14 बालिका वर्ग में केन्द्रीय विद्यालय विजेता चिल्ड्रन वेल, अंडर 14 बालक वर्ग में केन्द्रीय विद्यालय विजेता, कार्मल कान्वेंट उपविजेता, जूनियर 17 बालिका वर्ग में शा.क.उ.मा.वि. विजेता, केन्द्रीय विद्यालय उप विजेता, अन्डर जूनियर 17 बालक वर्ग विजेता केन्द्रीय विद्यालय, उपविजेता महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल टीम उपविजेता रही।
इस अवसर पर सभी खेल प्रेमियों ने हाॅकी जादूगर मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न की उपाधि देने की मांग की। हाॅकी कप, वल्र्ड कप 28 नवम्बर से 16 दिसम्बर तक भुवनेश्वर उडीसा में आयोजित होगा।