रुपए ऐंठने वाले भांजे की करतूत का खुलासा खुद अपर आयुक्त ने किया
Gwaliyar 01-09-2018 Regional
चित्र- शिवराज सिंह, अपर आयुक्त आबकारी, ग्वालियर
लोगों को ठग रहा भांजा, तो अफसर मामा ने सोशल मीडिया पर की पोस्ट...
रिपोर्ट- द्वारिका हुकवानी-
ग्वालियर। आबाकारी विभाग के अपर आयुक्त शिवराज वर्मा के नाम का सहारा लेकर लोगों को नौकरी दिलवाने एवं अन्य काम के एवज में रुपए ऐंठने वाले है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा है कि लोगों से पता चला है कि भांजा लोगों से रुपए ऐंठ रहा है। जिसका उनसे कोई लेना-देना नहीं है। अफसर के इस पोस्ट से हड़कंप मच गया है। आखिर भांजा उनके नाम से कब से लोगों से ठगी करता आ रहा है।
ग्वालियर में पदस्थ अपर आयुक्त शिवराज वर्मा इससे पहले लंबे समय तक अपर कलेक्टर ग्वालियर, अपर आयुक्त नगर निगम ग्वालियर में पदस्थ रहे हैं। राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर के रूप में वे लंबे समय तक ग्वालियर में पदस्थ रहे हैं। खास बात यह है कि उन्होंने जिस भांजे की करतूत का खुलासा किया है, वह भी ग्वालियर में लंबे समय से है। इसके अलावा उनकी अन्य रिश्तेदारी भी ग्वालियर-शिवपुरी जिले से हैं। मूलत: शिवपुरी निवासी शिवराज वर्मा की छवि ईमानदार अफसर की रही है, लेकिन वे लंबे समय तक ग्वालियर में पदस्थ रहते अपने रिश्तेदारों की वजह से बीच-बीच में बदनाम होते रहे हैं। उनका भांजा जनवेद धाकड़ भी शिवपुरी जिले का मूल निवासी है, वह लंबे समय से ग्वालियर में निवास कर रहा है। यही वजह है कि अपने भांजे की करतूत से तंग आकर, उन्हें खुद सोशल मीडिया पर इसका खुलासा करना पड़ा है भांजा जनवेद उनके नाम से लोगों से रुपए वसूल रहा है।
नहीं कराई एफआईआर.....
शिवराज वर्मा ने इस मामले में बताया कि उन्हें लोगों से ऐसी जानकारी मिली कि भांजा जनवेद धाकड़ लोगों से नौकरी एवं अन्य काम के लिए ठगी करता है। इस संबंध में उन्होंने जनवेद के खिलाफ कोई एफआईआर तो दर्ज नहीं कराई, लेकिन जो लोग ठगी के शिकार हुए हैं, वे जरूर एफआईआर दर्ज कराएं।
जवाबदारों का कहना-
अनेकों लोगों द्वारा मेरी जानकारी में लाया गया है कि मेरा भांजा जनवेद सिंह धाकड़, जो कि ग्वालियर में रेडियंट स्कूल के पास गुडा गुडी के नाके पर रहता है, मेरे नाम से नौकरी लगाने के नाम पर या अन्य किसी काम कराने के नाम पर लोगों से पैसा लेकर हड़प जाता है, यह लोगों से लगातार धोखाधड़ी करने लगा है। मेरा सभी से अनुरोध है कि मेरे नाम से कोई लेन-देन मेरे भांजे जनवेद सिंह या किसी भी रिश्तेदार द्वारा किया है या करेगा उसका मेरे से कोई सम्बंध नहीं है। लोग इसके झांसे में न आएं।
शिवराज सिंह, अपर आयुक्त आबकारी, ग्वालियर