सु-प्रभात
Neemuch 02-09-2018 Thought of the day
खुद से बहस करोगे तो सारे सवालों के जवाब मिल जाएंगे !
अगर दुसरो से करोगे तो और नये सवाल खड़े हो जायेंगे !!
जब मनुष्य अपनी ग़लती का वक़ील और दूसरों की गलतियों का जज बन जाता है तो फैसले नही फासले हो जाते है!!!
इज्जत और तारीफ मांगी नही जाती, कमाई जाती है नेत्र केवल दृष्टि प्रदान करते है।
परंतु हम कहाँ क्या देखते है यह हमारे मन की भावना पर निर्भर है ॥
उत्तम विचार मनुष्य को उसके कर्म ही दण्डित करते है और उसके कर्म ही उसे पुरस्कृत करते है,
मनुष्य व्यर्थ ही ईश्वर को अपने दुखों का दोषी ठहराता है।
व्यक्ति अकेले पैदा होता है और अकेले मर जाता है और वो अपने अच्छे और बुरे कर्मो का फल खुद ही भुगतता है।