7 घंटे तक ट्रेन घने जंगल में खड़ी रही,ग्वालियर से रतलाम जाने वाली इंटरसिटी का इंजन घाटीगांव रेहट के पास फेल हुआ

Gwaliyar 02-09-2018 Regional

इंजन फेल होने से जंगल में आधी रात तक खड़ी रही इंटरसिटी एक्सप्रेस, यात्री भूख प्यास से बेहाल......

रिपोर्ट- द्वारिका हुकवानी-

ग्वालियर। ग्वालियर से रतलाम जाने वाली इंटरसिटी का इंजन घाटीगांव रेहट के पास फेल हो गया। जिसके कारण करीब 7 घंटे तक ट्रेन घने जंगल में बरसते पानी में खड़ी रही। प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि ट्रेन के सामने से तीन मवेशी आकर इंजन से टकरा गए इससे इंजन के नीचे लगा प्रेशर पंप फट गया और ट्रेन आगे नहीं बढ़ सकी।
लोको पायलट की लाख कोशिशों के बाद भी जब इंजन ठीक नहीं हुआ तो उसने ग्वालियर संपर्क किया। पांच घंटे बाद देहरादून एक्सप्रेस का इंजन बुलवाकर ट्रेन में लगाया गया, तब ट्रेन आगे रवाना हुई। इसी वजह से ट्रेन करीब 9 घंटे की देरी से शिवपुरी पहुंची। इस दौरान यात्री खाने पानी तक के लिए बेहद परेशान हो गए। ट्रेन शाम करीब 7.40 बजे इंदौर के लिए रवाना हुई थी। रात करीब 8.30 बजे ट्रेन घाटीगांव रेहट में पहुंची ही थी कि इंजन फेल हो गया। यह क्षेत्र पश्चिम मध्य रेलवे में लगता है। ऐसे में घटना की सूचना मिलने के बाद दूसरा इंजन पहुंचने में काफी देर लग गई। जिस कारण ट्रेन करीब 7 घंटे तक रेहट में खड़ी रही।


वेंडरों ने खाने-पीने की चीजों के दोगुने दाम वसूले......
यात्री भूख प्यास से बेहाल थे तो मौके का फायदा उठाकर ट्रेन में सवार अवैध वेंडरों ने पानी की बोतलें 30 रुपए तक में बेचीं। इसी प्रकार खाने का सामान भी यात्रियों को महंगे दामों पर खरीदना पड़ा। घाटीगांव में ट्रेन के लेट होने के कारण इंदौर भी ट्रेन काफी देरी से पहुंची।

अंधेरा होने से डर के मारे यात्री दरवाजे बंद कर बैठे रहे.....
इंटरसिटी ग्वालियर से 20 किमी चली ही थी कि खराबी आने से यह रुक गई। जहां यह रुकी वहां पर चारों ओर जंगल होने से यात्री सहम गए और दरवाजे बंद कर लिए। यहां पर लुटेरों का भी आतंक है। गाड़ी 5 घंटे से ज्यादा खड़ी रही। लोग गार्ड या लोको पायलट के पास जाने से भी कतराते रहे। जैसे-तैसे रात 2 बजे के बाद ग्वालियर में खड़ी देहरादून एक्सप्रेस का इंजन बुलवाया और गाड़ी रवाना की। ट्रेन देरी से पहुंचने से जो लोग इंदौर इंटरव्यू देने आए थे, उनका समय निकल गया, वहीं कई लोगों के परिजन इंदौर स्टेशन पर अपनों का इंतजार करते खड़े रहे।

इंटरव्यू देने आए थे समय ही निकल गया......
ग्वालियर के रहने वाले पंकज तिवारी ने इंदौर पहुंचने पर बताया कि उनका आज 10 बजे स्पोर्ट्स फैकल्टी के लिए स्कूल में इंटरव्यू था। ट्रेन में हुई देरी से कॅरियर बनते-बनते रह गया। इंटरव्यू का समय निकल चुका है। अब अगली बार फिर से प्रयास करना होगा।

परिवार के साथ डरे-सहमे बैठे रहे...... 
इंटर कॉलेज के रिटायर लेक्चरर ग्वालियर निवासी शंकरलाल शर्मा अपने परिवार के साथ इंदौर रिश्तेदार के यहां आए हैं। जिस जगह गाड़ी खड़ी हुई वह जंगली एरिया था और बहुत ही ज्यादा संवेदनशील भी, गाड़ी जितनी देर खड़ी रही उतनी देर वे भगवान से मिन्नात करते रहे कि कोई अप्रिय घटना न हो और गाड़ी शीघ्र रवाना हो जाए।

धड़ाम की आवाज आई और झटके से रुक गई ट्रेन......
इंदौर निवासी रिशव जैन ने बताया कि वे पूरे परिवार सहित मजाक-मस्ती करते हुए आ रहे थे कि अचानक ट्रेन में धड़ाम की आवाज आई और झटके से ट्रेन रुक गई। सभी घबरा गए। खिड़की से झांककर देखा तो बाहर अंधेरा ही अंधेरा था, यह बताने वाला भी कोई नहीं था कि गाड़ी क्यों रुकी। कुछ देर बार खबर आई कि इंजन खराब हो गया है, दूसरा इंजन आने का इंतजार कर रहे हैं।

नाले के ऊपर रुकी बोगी तो सब घबरा गए.....
इंदौर निवासी राहुल तोमर अपनी पत्नी को लेने ग्वालियर गए थे। इंटरसिटी से लौट रहे थे। उन्हें आज ऑफिस पहुंचना था, अचानक ट्रेन रुकी तो वे लोग घबरा गए। उन्होंने नीचे देखा तो नाला पानी से लबालब था और गाड़ी ब्रिज पर रुकी हुई थी, गाड़ी पांच घंटे इसी ब्रिज पर ही खड़ी रही।


इनका कहना....  

प्रेशर पंप फट गया था-  ट्रेन के सामने गायों का झुंड आने से दो-तीन गायें कट गई थीं, जिससे प्रेशर पंप फट गया था। ग्वालियर से इंजन की व्यवस्था की, जिसके बाद गाड़ी रवाना की जा सकी 

- नीरज परिहार, हाउस कीपिंग इंचार्ज, इंटरसिटी एक्सप्रेस


पांच घंटे देरी से आई ट्रेन.....
ग्वालियर-इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस इंदौर में पांच घंटे देरी से आई है। इंजन खराब होने की सूचना थी, इंजन बदलवाकर ट्रेन रवाना हुुई, गाड़ी 1 बजे यहां पहुंची है

- जेके जयंत, पीआरओ, रेलवे