शिवपुरी-श्योपुर, बाढ़ में फंसे सौ से अधिक लोग बचाए, कूनो पुल की सड़क बही

Gwaliyar 11-09-2018 Regional

रिपोर्ट- द्वारिका हुकवानी-

ग्वालियर। श्योपुर, शिवपुरी, दतिया और डबरा में शुक्रवार की रात से हो रही बारिश के कारण शनिवार को कई गांव और नगर टापू बन गए। शिवपुरी में पहली बार मड़ीखेड़ा के दस गेट खोलने से बहाव क्षेत्र में 98 लोग फंस गए। पांच जगहों पर फंसे इन लोगों को सुरक्षित बचा लिया। करैरा तहसील के पुलहा में 45 लोगों को ग्वालियर एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर की मदद से बचाया गया। वहीं अन्य स्थानों पर होमगार्ड, आईटीबीपी जवानों ने लोगों को बचाया। कई रास्ते बंद हो गए। जिले की बदरवास तहसील में एक ही दिन के अंदर सबसे अधिक 177 मिमी, कोलारस में 160 मिमी और शिवपुरी में 132 मिमी बारिश दर्ज की गई है। श्योपुर जिले में भी तेज बारिश से पार्वती, कूनो और अहेली नदी में उफान आने से जिले का शिवपुरी, ग्वालियर और राजस्थान के कोटा-बारां से संपर्क कट गया। पानी के तेज बहाव के कारण शिवपुरी-श्योपुर मार्ग पर कूनो नदी पर बने पुल की सड़क बह गई। एमपीआरडीसी के एजीएम आरके जैन के मुताबिक इस पुल को दुरुस्त करने में कम से कम दो से तीन दिन का समय लगेगा।
कूनो नदी पर बने पुल की सड़क तेज बारिश में बहने से लोगों को अब 100 किमी अतिरिक्त दूरी तय कर श्योपुर-वीरपुर-टेंटरा-सबलगढ़, मुरैना होते हुए ग्वालियर पहुंचना पड़ेगा। फिर वहां से शिवपुरी जाने के लिए 200 किमी और दूरी तय करनी पड़ेगी।
श्योपुर-कोटा मार्ग खातौली पुल पर पानी आने से बंद हो गया। हालांकि पानी कम होने से यह मार्ग देर रात तक खुल सकता है। इसी तरह अहेली नदी कुहांजापुर पुल देर रात 1.30 बजे से बंद हो गया, जिससे लोग राजस्थान के बारां नहीं पहुंच पाए।
 
श्योपुर: नाले में बहने से एक की मौत.....
 श्योपुरमें पार्वती, कूनो व अहेली नदियां उफान पर हैं। पांडोला गांव नाला पार कर रहा 16 वर्षीय अहमद खान फिसलकर बह गया। 10 घंटे बाद इस किशोर का शव 50 मीटर दूर बबूल के पेड़ से अटका हुआ मिला। वहीं शहर की कदवाल नदी के बीच में बने मंदिर पर पूजा करने गए पुजारी व दर्शनार्थी नदी में अचानक आई बाढ़ में फंस गए, जिन्हें पुलिस ने बचा लिया।
 
दतिया: परेशान लोगों ने लगाया जाम, ग्वालियर,हरसी, तिघरा, अपर ककैटो, ककैटो ओवरफ्लो, दो दिन में पेहसारी होगा लबालब.....
संभाग का सबसे बड़ा हरसी बांध फुल हो गया है। इसमें 24 घंटे में 6 फीट पानी बढ़ा है। इससे हरसी व हरसी हाईलेवल नहर में पानी छोड़ा गया। हरसी हाईलेवल नहर से रमौआ बांध को भरा जाएगा। वहीं अपर ककैटो बांध फुल होने पर 48 हजार क्यूसेक पानी ककैटो में छाेड़ा गया, जिससे ककैटो भी फुल हो गया। ककैटो से पेहसारी को भरने के लिए 700 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अगले दो दिन में यह बांध भी भर जाएगा। इधर तिघरा से शनिवार को 3 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया।