लालिमा अभियान के तहत जागरूकता कार्यशाला सम्पन्न
NEEMUCH 06-12-2019 Regional
354 बालिकाओं की हिमोग्लोरबिन जांच की गई.......
रिपोर्ट- जनसम्पर्क डेस्क
नीमच। किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं को अपने पोषण का विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये। भोजन में पोषण तत्वों का समावेश कर अल्प रक्तता से बचा जा सकता है। हमें भोजन में विविधता अपनाते हुये स्थानीय मौसमी स्तर पर उपलब्ध मौसमी फलों का समावेष करना चाहिये। उक्त विचार मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत सुश्री भव्या मित्तल द्वारा लालिमा योजना अन्तर्गत ‘लालिमा जागरूकता शिविर‘ अन्तर्गत सीताराम जाजु कन्या महाविद्यालय मे आयोजित जागृति शिविर में व्यक्त किये।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लालिमा योजना अन्तर्गत रक्त अल्पता के कारण, हिमोग्लाबिन जांच की उपयोगिता, एनीमिया के लक्षण एवं विभाग द्वारा संचालित अन्य योजनाओं एवं वर्तमान में संचालित प्रधानमंत्री मातृ वन्दना सप्ताह अन्तर्गत गतिविधियों की जानकारी दी।
श्री मनीष सक्सेना, राज्य समन्वयक, क्लिंटन फाउन्टेशन, मध्यप्रदेश द्वारा किशोरियों में रक्ताल्पता, उसके दुष्परिणाम, बचाव की जानकारी देने के साथ ही उन्हे शरीर में आयरण में सहायक विटामिन-सी युक्त स्थानीय स्तर पर उपलब्ध फल जैसे नींबु, सुरजना, करोंदा, ईमली, बेर टमाटर, कैरी अमरूद, आंवला आदि के उपयोग करने और पोषण विविधता को दैनिक भोजन में सम्मिलित करने के महत्व को अवगत कराया गया।
श्रीमती रत्ना शर्मा, संभागीय समन्वयक, क्लिंटन फाउन्टेशन द्वारा भी एनीमिया के दुष्परिणाम एवं बचाव से बालिकाओं को अवगत कराया गया। डा. मीना हरित द्वारा भी बालिकाओं को सम्बोधित किया गया।
स्वास्थ्य विभाग से डाॅ.संगीता भारती के मार्गदर्शन में दल द्वारा 354 बालिकाओं का हिमोग्लोबिन जांच, स्वास्थ्य जांच एवं बी.एम.आई. जांच करवाई गई। महाविद्यालय की बालिकाओं, अध्यापक वर्ग एवं कर्मचारियों द्वारा बड-चढ कर स्वास्थ्य जांच करवाई गई।
जागृति शिविर में लाली बालिका का चयन किया गया। डाॅ. मीना हरित एवं श्रीमती रत्ना शर्मा का हिमोग्लोबिन सर्वाधिक होने के कारण सम्मानित किया गया। अन्य बालिकाओं के लिये सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया एवं सही उत्तर देने पर विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया।
जागृति शिविर में डाॅ. साधना सेवक, डाॅ.रश्मि हरित, डाॅ.रश्मि वर्मा, दिनेश सागर, मनोज धाकड, नाजिमा बी, विनोद जावरिया, सत्यपालसिंह, आकाश चौहान, एवं योगेन्द्र व्यास उपस्थित थे। कार्यशाला का संचालन श्री सुभाष गवई द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन डाॅ.साधना सेवक द्वारा किया गया।