जिले के जेलों में बंद महिला बंदियों की दशा सुधारने के होगें प्रयास

Bhilwara 18-05-2018 Regional

 जिला एवं सत्रा न्यायाधीश जिला जेल का  निरीक्षण करते हुए

उच्चतम न्यायालय के दिशा निर्देशानुसार प्राधिकरण ने टीम बनाकर निरीक्षण किया......

रिपोर्ट- धर्मेन्द्र कोठारी

भीलवाड़ा।  राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर एवं माननीय नाल्सा नई दिल्ली  के निर्देशानुसार प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद महिला बंदियों को विधिक सहायता उपलब्ध कराने तथा उनकी रिहाई के पश्चात् पुर्नवास आदि सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी। इसी क्रम में गुरुवार को प्रकाश चन्द्र पगारिया अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सत्रा न्यायाधीश) भीलवाड़ा के नेतृत्व में जिला कारागृह पर रालसा के निर्देशानुसार  जिले के शिक्षा विभाग, चिकित्सा विभाग, कारागृह विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों की एक टीम  का गठन किया गया। टीम द्वारा जेल का निरीक्षण कर वहां बंद महिलाओं की दशा के बारे में जानकारीयां जुटाई गई । 
प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव डॉ. मोहित शर्मा ने बताया कि जिला कारागृह पर 8 महिला बंदी विभिन्न मामलों में बंदी है। इन महिला बंदियों के जेल में बंद महिला कैदियों के साथ रहने वाले बच्चों की संख्या, महिलाओं की उम्र महिला किस अपराध में विचाराधीन है सहित अनेक जानकरियां जुटाने के लिए कमेटी 17 मई  से दस दिवसीय निरीक्षण अभियान कार्यक्रम आयोजित कर जेल का निरीक्षण कर बंदियों की वास्तविक स्थिति की जानकारी जुटायेगी।
गुरुवार को प्रथम निरीक्षण दिवस पर चिकित्सा विभाग से समन्वय कर महिला बन्दियों के स्वास्थ्य एवं मनोचिकित्सकीय जाँच हेतु मेडिकल केम्प का आयोजन किया गया। निरीक्षण टीम में डॉ. वीरभान चंचलानी मनोचिकित्सक, डॉ. फरजाना सिद्दीकी महिला चिकित्सक, डॉ. वी.के. चौहान चिकित्सा अधिकारी, शकुन्तला कांकड़े बाल विकास परियोजना अधिकारी आसीन्द, भंवर लाल हाड़ा कार्यवाहक उपाधीक्षक, अशोक पारीक अति. जिला शिक्षा अधिकारी (प्रा.), पुष्पा मेहता पदाधिकारी महावीर इन्टरनेशनल "मीरा’’ सीमा शर्मा,  संजू बाफना पैनल अधिवक्ता व कैलाश वैष्णव अजीत सिंह पैरा लिगल वॉलिन्टीयर उपस्थित थे।