नीमच ग्वाल टोली मे 3 दिवसीय नानी बाई का मायरा की कथा प्रारम्भ
मन मे सच्ची श्रद्धा ओर सच्ची भावना हो तो भगवान स्वयं चलकर आते है.... जयमाला दीदी
रिपोर्ट- जुगलकिशोर राठोर
जावद। मारुति रामायण मंडल के तत्वावधान मे कल दिनांक 17 मई वार गुरुवार को ग्वालटोली स्थित राधा कृष्ण मंदिर से बेंड बाजो व ढोल ढमाको के साथ भगवान हाईवे रोड स्थित ग्वाल टोली पर विराट विराय हनुमान मंदिर प्रांगण कथा स्थल पर भगवान को महिलाए मंगल गीत गाती हुई पेदल भगवान को लाए जहाँ विधी विधान से पुजा अर्चना कर 3 दिवसीय कथा मालवा मेवाड की सुप्रसिद्ध कथा वाचिका छोटी उम्र मे अपनी वाणी से मंत्रमुग्ध करने वाली सुश्री साध्वी दीदी जयमाला वैष्णव (निलिया) के मुखारविंद से प्रथम दिन की कथा प्रारम्भ हुई।
प्रथम दिन की कथा मे श्री कृष्ण भक्ति प्रेम ओर विश्वास की अनूठी कथा नानी बाई को मायरो परमात्मा अपने भक्त की वाणी सुनने को तरस जाते हैं। नरसी को बोली प्रदान करते हैं भक्त की सच्ची श्रद्धा ओर सच्ची भावना होती है तो स्वयं भगवान दर्शन देने चले आते हैं किसी भी रुप में नरसी जी केवल भगवान की भक्ति करना बस कुछ नहीं तो परिवार मे सब परेशान हो जाते है नरसी गर छोडकर जंगल में भोलेनाथ जी की पुजा करते हैं ओर राधा माधव भगवान के दर्शन करते है श्रोता कथा के दोरान मधुर भजन सुनकर झुम उठे नाचने लग गए रामधुन लागी गोपाल धुन लागी अब नाहि छुटेरे भय्याँ रामधुन लागी.......म्हारा नाथ अमली रे..... म्हारा भोला अमली बागा मईरी भांगडली गोटाय राखुली....... मे तो शिव ही शिव ने ध्याऊ जल से स्नान कराऊ.....महारास में जाऊ मे भी प्यारी यु बोले त्रिपुरारी सुन गोरा प्यारी........ गर्मी का मोसम को देखते हुए आयोजन समिति ने कथा का समय सायं 7 बजे से रात्री 10 बजे तक रखा गया है। नानी बाई का मायरा मे यह थे उपस्थित भारतीय सुभाष सेना के अध्यक्ष नारायण सोमानी जावद, विनोद बुआर, हरदेव जी, भेरुसिंह कोठारी, महेश जायसवाल, महेश मालवीय, नंदकिशोर सालवी, किशन खलीफा, नरेन्द्र ग्वाला, भीम भगत ग्वाला, ललीत राठी, श्रीमती संध्या राठी, श्रीमती कंकुबाई बुआर, श्रीमती कलादेवी सालवी, श्रीमती आरती राठोर, श्रीमती ममता सालवी आदी महिला पुरुष ओर श्री मारुती रामायण मंडल नीमच के सदस्यगण व नीमच, जावद ग्वाल टोली आदी क्षेत्रो के सेकडो महिलाए व पुरुष उपस्थित थे।
आज नानी बाई का मायरा का दुसरे दिन की कथा विराट विराय हनुमान मंदिर ग्वाल टोली पर सायं 7 बजे से रात्री 10 बजे तक सभी धर्म प्रेमी जनता से निवेदन है की अधिक से अधिक संख्या मे पधारकर नानी बाई का मायरा की कथा का आनंद लेवे।