सु-प्रभात
Neemuch 20-05-2018 Thought of the day
संकट प्रत्येक इन्सान पर आते है, परन्तु बुधिवान व्यक्ति संकटों और आपत्तियों से डरता है, उसे तभी तक डरना चाहिए जब तक वह सिर पर आ ही नहीं पड़ती, जब संकट और दुख आ ही जाए तो व्यक्ति को अपनी पूरी शक्ति से उन्हें दूर करने का प्रयत्न करना चाहिए।
-चाणक्य-