भागवत ज्ञानयज्ञ में बही सामाजिक समरसता की गंगा

Ratlam 24-05-2018 Regional

राष्ट्रीयता ही हो हमारी पहचान: चिदम्बरानंदजी

रिपोर्ट- कीर्ति बर्रा

रतलाम। विधायक सभागृह में पुरूषोत्तम मास के दौरान चेतन्य काश्यप परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन सामाजिक समरसता की गंगा बही। रमजान के पाक माह की इबादत कर रहे मुस्लिम समाज की ओर से शहर काजी अहमद अली सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने व्यासपीठ पर विराजित महामंडलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानन्द जी सरस्वती का स्वागत-सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त किया। स्वामी जी ने कहा कि राष्ट्रीयता ही हमारी पहचान होनी चाहिए। पुरुषोत्तम मास का यह आयोजन समाज को जोड़ने का कार्य कर रहा है। पांडाल में जिस तरह सभी एकजुट बैठे है, उसी तरह आज पूरे देश में एकजुटता की जरूरत है। 

स्वामीजी ने परमात्म तत्व की व्याख्या करते हुए कहा कि दुनिया में भगवान को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। कोई इन्हें शिव, कोई अल्लाह, कोई ईशु, कोई बुद्ध, कोई गुरू नानक तो कोई अरिहन्त के रूप में मानता है, लेकिन सारे स्वरूपों का सार एक ही है। एक ही परम शक्ति के यह स्वरूप है, इसलिए कोई पुछे भगवान कौन है? तो उसका जवाब यही हो कि जिसने संसार को बनाया, संवारा और मिटाया वही भगवान है। विडम्बना है कि संसार में मनुष्य को भगवान ने जो दिया, वह उसका सदुपयोग नहीं करता और जो नहीं है, उसकी अपेक्षा में जीवन गुजार देता है। अभाव की पूर्ति करते-करते व्यक्ति का भी अभाव हो जाता है। इसलिए मनुष्य जीवन को भावमय परमात्मा की भक्ति में लगाना चाहिए। इससे सारे भाव प्राप्त हो जाते है। स्वामीजी ने पत्रकारिता में सकारात्मकता पर जोर देते हुए नकारात्मकता की आलोचना की और कहा कि समाज का विघटन करने में कही न कही ऐसी पत्रकारिता भी दोषी है। देवर्षि नारद पूर्व जन्म एवं शुकदेव आगमन के प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए स्वामीजी ने श्रीमद् भागवत की महत्ता बताई। उन्होंने कहा कि भागवत विशेषकर हमारे पुराणों में ज्ञान और वैराग्य को जगाने की शक्ति है। भागवत की इतनी महिमा है कि इसके श्रवण करने से मनुष्य का कल्याण हो जाता है। 

कथा के आरंभ में आयोजक, विधायक, राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप परिवार ने पौथी पूजन किया। शहर काजी अहमद अली, वक्फ बोर्ड अध्यक्ष सलीम मेव, पूर्व अंजुमन सदर सईद कुरैशी, मदरसा बोर्ड अध्यक्ष मुबारिक शैरानी, अग्रवाल समाज ने शांतिलाल चौधरी, महासभा ने गोपाल पापड़ वाला, कायस्थ समाज ने नीरज सक्सेना, सुरेेश माथुर, श्री मेहंदीकुई बालाजी मंदिर न्यास ने कैलाश दलाल, जांगिड़ ब्राह्मण समाज ने सतीश शर्मा, श्री चिंताहरण गणेश मंदिर समिति ने जनक नागल, पाटीदार समाज ने प्रवीण पाटीदार, जायसवाल समाज ने श्यामबाबू जायसवाल, धाकड़ समाज ने रामचंद्र धाकड़, टांक समाज ने प्रकाश टांक, सिखववाल ब्राह्मण समाज ने कन्हैयालाल तिवारी, बैरवा समाज ने प्रेम वासन के नेतृत्व में स्वामीजी का स्वागत अभिनन्दन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन आशीष दशोत्तर द्वारा किया गया।


महाआरती में उमड़ी आस्था -

श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के दूसरे दिन कथा की पूर्णता पर महाआरती में कई गणमान्यजन शामिल हुए। आरएसएस के प्रांत प्रचारक माधव काकानी, जिला संघचालक विरेन्द्र वाफगांवकर, नगर संघचालक सुरेन्द्र सुरेका, खटिक समाज अध्यक्ष रमेश पहाडि़या, श्री गोपालजी का बड़ा मंदिर ट्रस्ट के महेश व्यास, झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ की प्रदेश सहसंयोजक अनिता कटारिया, पार्षद ताराचंद पंचोनिया, भगतसिंह भदौरिया, सोनू सिंह, सोना शर्मा, प्रहलाद पटेल, सीमा टांक, पप्पु पुरोहित, मनीषा शर्मा, अरूण राव एवं श्री भागवत कलश यात्रा प्रबंधन समिति के गोविंद काकानी, राजू हॉकी, महेन्द्र शर्मा, नंदकिशोर, राजेन्द्र चौहान, शांता राहौरी, अशोक देवड़ा, रमेश पांचाल, गोपाल शर्मा, मोहनलाल धभाई, राकेश परमार, अनिल रानीवाल, अजय शर्मा, भरत तंवर, दिशा चौहान, प्रेमलता बैरागी, मीना पांचाल, विजय कसेरा सहित पाण्डाल में मौजूद असंख्य श्रद्धालुओं ने महाआरती का लाभ लिया। 


विशाल भण्डारा में सहभागिता -

विधायक सभागृह में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के साथ जानकी मण्डपम् में चेतन्य काश्यप परिवार द्वारा आयोजित विशाल भण्डारा भी सामाजिक समरसता का केन्द्र बन गया है। इसमें बड़ी संख्या में सर्वसमाजजन एक साथ प्रसादी ग्रहण कर सदभाव का संदेश दे रहे है। भण्डारा में महिला एवं पुरूष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग प्रबंध किए गए है। आयोजक परिवार द्वारा कथा स्थल पर आवाजाही के लिए नवीन महिला चिकित्सालय से बरबड़ के बीच परिवहन व्यवस्था भी की गई है। इसका भी श्रद्धालु लाभ उठा रहे है।