वन कर्मचारियों अधिकारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल
Ratlam 26-05-2018 Regional
अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो हर हाल में हड़ताल रहेगी.....
रिपोर्ट- कीर्ति वर्रा
विगत कई वर्षों से अपनी वेतन विसंगतियों और 19 सूत्री मांगों को लेकर मध्यप्रदेश वन कर्मचारी संघ एवं मध्य प्रदेश रेंजर्स चरण बंद आंदोलन के अंतिम चरण में 5 मई 2018 को जब वन कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल हेतु आंदोलन हुए तब वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और माननीय वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार की अध्यक्षता में मध्यस्ता कर कहा गया कि शासन को आपकी मांगों पर विचार करने हेतु 15 दिवस का समय दिया जावे वन मंत्री एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लिखित में आश्वासन प्रदान किया गया आश्वासन के उपरांत 15 दिवस बीत जाने के पश्चात भी वन कर्मचारियों की जायज मांगों के संबंध में शासन द्वारा कोई आदेश पारित नहीं किया गया जिसको लेकर संपूर्ण मध्य प्रदेश के वन कर्मचारियों वह अधिकारियों में आक्रोश व्याप्त हैं कर्मचारियों व अधिकारियों के विरोध को लेकर वन कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष निर्मल कुमार तिवारी एवं रेंजर एसोसिएशन के प्रांत अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह द्वारा दिनांक 20 5 18 को प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सर्वानुमति से दिनांक 23 5 2018 को अपने शासकीय बस्ते एवं अभिलेख जमा करवाकर दिनांक 24 5 2018 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया अतः वन कर्मचारी संघ प्रांत अध्यक्ष एवं रेंजर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष के आवाहन पर रतलाम जिले के समस्त वन अधिकारी कर्मचारी वनरक्षक से वनक्षेत्रपाल स्तर दिनांक 24 5 2018 से अनिश्चितकालीन हड़ताल चले गए हैं उक्त हड़ताल निरंतर जारी है वन कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान यदि कोई वन हानि अपराध घटित होता है तो उसकी समस्त जवाबदारी शासन की होगी और जब तक वन कर्मचारी संघ की 19 सूत्रीय मांगों को लेकर शासन द्वारा कोई लिखित आदेश पारित नहीं किया जाता है तब तक वन कर्मचारी संघ एवं रेंजर्स एसोसिएशन ने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल को सतत जारी रखेंगे वह 1 कर्मचारियों अधिकारियों की अनवरत आंदोलन से वन क्षेत्र में भीषण आग लगना प्रारंभ हो गई है वन माफिया वनों में सक्रिय होकर अवैध शिकार उत्खनन एवं वन क्षेत्र की कटाई बेखोफ होकर की जा रही है ऐसी ही एक तस्वीर आपके सामने हैं जिससे यह साबित होता है कि वनों की कटाई जोर शोर से की जा रही है