मॉनसून में उपभोक्ताओं को सुचारू विद्युत आपूर्ति के समुचित प्रबंध करें- संजय शुक्ल
Neemuch 28-05-2018 Regional
विद्युत आपूर्ति और रखरखाव को देखते हुए और अधिक सतर्कता और सजगता से काम करें तथा सुचारू विद्युत आपूर्ति के समुचित प्रबंध करें। इस दौरान सभी क्षेत्रीय अभियंता एवं कार्मिक अपने मोबाइल चालू रखें.....
रिपोर्ट- ब्यूरों डेस्क
जबलपुर। मध्य प्रदेश में प्राय: प्री-मॉनसून बारिश की बौछारें जून के प्रथम सप्ताह से ही शुरू हो जाती हैं और अनेक बार तेज आंधी, चक्रवाती तूफान और प्राकृतिक आपदा आने से विद्युत आपूर्ति में व्यवधान उत्पन्न होता है। इस स्थिति को देखते हुए सभी वितरण कंपनी के मैदानी अभियंता व कार्मिकों से एमपी पावर मेनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक एवं तीनों विद्युत वितरण कंपनी के अध्यक्ष श्री संजय शुक्ल ने कहा है कि वे विद्युत आपूर्ति और रखरखाव को देखते हुए और अधिक सतर्कता और सजगता से काम करें तथा सुचारू विद्युत आपूर्ति के समुचित प्रबंध करें। इस दौरान सभी क्षेत्रीय अभियंता एवं कार्मिक अपने मोबाइल चालू रखें। कोई भी कार्मिक अवकाश पर जाता है तो उसके स्थान पर वैकल्पिक कार्मिक की तैनाती की व्यवस्था पहले से ही करें।
श्री शुक्ल ने कहा है कि पिछले वर्षों में यह देखने में आया है कि पूरे जून माह के दौरान कॉल सेन्टर में एफओसी (विद्युत अवरोध) से संबंधित उपभोक्ताओं की व्यक्तिगत शिकायतों की संख्या बढ़ जाती है। इसलिए काल सेन्टर के आपरेशनल एवं सुपरवाइजरी स्टॉफ, सब स्टेशनों के उपभोक्ता सेवा केन्द्रों व क्षेत्रीय वितरण उपकेन्द्रों के स्टाफ को और अधिक सजगता से काम करना होगा।
श्री संजय शुक्ल ने सभी मैदानी कार्मिकों से कहा है कि वे उपभोक्ताओं को अनवरत् और निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए समुचित कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि वितरण कंपनी किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में विद्युत आपूर्ति बहाल रखने के लिए अपने-अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है।
श्री शुक्ल ने राज्य की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के क्षेत्रीय अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता व मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा है कि आपदा के समय संपर्क करने हेतु व्यवस्था से जुड़े सभी कर्मी व लाईनमेनों के मोबाईल नंबर आदि की जानकारी अपडेट कर सब स्टेशनों, काल सेन्टर एवं संबंधित अधिकारियों के पास रखी जाए। आंधी, तूफान, प्राकृतिक आपदा की आकस्मिक स्थिति से बेहतर ढंग से निपटने के लिए वे स्थानीय जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से सपंर्क और समन्वय बनाने का काम करें जिससे बिजली उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति सुचारू ढंग से होती रहे।
राज्य में आंधी तूफान एवं बरसात से प्रभावित होने वाली बिजली लाइनों को त्वरित रूप से बहाल करने के लिए सभी वितरण कंपनियां व क्षेत्रीय अधिकारी पूर्ण तैयारी कर लें। क्षेत्रीय स्तर पर एक आपदा प्रबंधन टीम बना लें, जो शिफ्ट-बाई काम करे।
बिजली अधिकारी क्षेत्रीय स्तर पर नगर निगम, नगर पालिका, पंचायतों के अधिकारियों से सतत् संपर्क बनाए रखें। आंधी तूफान के दौरान बिजली लाइनों पर पेड़ गिरने की स्थिति में उनसे समन्वय बनाकर सहयोग लेवें जिससे त्वरित रूप से बिजली आपूर्ति सुचारू हो सके।
बिजली उपभोक्ताओं की बिजली से संबंधित शिकायतों के त्वरित रिाकरण हेतु कार्यपालन अभियंता मेंटेनेंस अभियंताओं, शिकायत केन्द्र, उपभोक्ता सेवा केन्द्र, केन्द्रीय उपभोक्ता सेवा केन्द्र 1912 के टेलीफोन व मोबाइल नंबर क्षेत्रीय स्तर पर विद्युत सेवा केन्द्रों में सूचना पटल पर प्रदर्शित करें एवं स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित कराएं, जिससे बिजली उपभोक्ताओं को सुविधा रहे।
जबलपुर। मध्य प्रदेश में प्राय: प्री-मॉनसून बारिश की बौछारें जून के प्रथम सप्ताह से ही शुरू हो जाती हैं और अनेक बार तेज आंधी, चक्रवाती तूफान और प्राकृतिक आपदा आने से विद्युत आपूर्ति में व्यवधान उत्पन्न होता है। इस स्थिति को देखते हुए सभी वितरण कंपनी के मैदानी अभियंता व कार्मिकों से एमपी पावर मेनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक एवं तीनों विद्युत वितरण कंपनी के अध्यक्ष श्री संजय शुक्ल ने कहा है कि वे विद्युत आपूर्ति और रखरखाव को देखते हुए और अधिक सतर्कता और सजगता से काम करें तथा सुचारू विद्युत आपूर्ति के समुचित प्रबंध करें। इस दौरान सभी क्षेत्रीय अभियंता एवं कार्मिक अपने मोबाइल चालू रखें। कोई भी कार्मिक अवकाश पर जाता है तो उसके स्थान पर वैकल्पिक कार्मिक की तैनाती की व्यवस्था पहले से ही करें।
श्री शुक्ल ने कहा है कि पिछले वर्षों में यह देखने में आया है कि पूरे जून माह के दौरान कॉल सेन्टर में एफओसी (विद्युत अवरोध) से संबंधित उपभोक्ताओं की व्यक्तिगत शिकायतों की संख्या बढ़ जाती है। इसलिए काल सेन्टर के आपरेशनल एवं सुपरवाइजरी स्टॉफ, सब स्टेशनों के उपभोक्ता सेवा केन्द्रों व क्षेत्रीय वितरण उपकेन्द्रों के स्टाफ को और अधिक सजगता से काम करना होगा।
श्री संजय शुक्ल ने सभी मैदानी कार्मिकों से कहा है कि वे उपभोक्ताओं को अनवरत् और निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए समुचित कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि वितरण कंपनी किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में विद्युत आपूर्ति बहाल रखने के लिए अपने-अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है।
श्री शुक्ल ने राज्य की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के क्षेत्रीय अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता व मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा है कि आपदा के समय संपर्क करने हेतु व्यवस्था से जुड़े सभी कर्मी व लाईनमेनों के मोबाईल नंबर आदि की जानकारी अपडेट कर सब स्टेशनों, काल सेन्टर एवं संबंधित अधिकारियों के पास रखी जाए। आंधी, तूफान, प्राकृतिक आपदा की आकस्मिक स्थिति से बेहतर ढंग से निपटने के लिए वे स्थानीय जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से सपंर्क और समन्वय बनाने का काम करें जिससे बिजली उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति सुचारू ढंग से होती रहे।
राज्य में आंधी तूफान एवं बरसात से प्रभावित होने वाली बिजली लाइनों को त्वरित रूप से बहाल करने के लिए सभी वितरण कंपनियां व क्षेत्रीय अधिकारी पूर्ण तैयारी कर लें। क्षेत्रीय स्तर पर एक आपदा प्रबंधन टीम बना लें, जो शिफ्ट-बाई काम करे।
बिजली अधिकारी क्षेत्रीय स्तर पर नगर निगम, नगर पालिका, पंचायतों के अधिकारियों से सतत् संपर्क बनाए रखें। आंधी तूफान के दौरान बिजली लाइनों पर पेड़ गिरने की स्थिति में उनसे समन्वय बनाकर सहयोग लेवें जिससे त्वरित रूप से बिजली आपूर्ति सुचारू हो सके।
बिजली उपभोक्ताओं की बिजली से संबंधित शिकायतों के त्वरित रिाकरण हेतु कार्यपालन अभियंता मेंटेनेंस अभियंताओं, शिकायत केन्द्र, उपभोक्ता सेवा केन्द्र, केन्द्रीय उपभोक्ता सेवा केन्द्र 1912 के टेलीफोन व मोबाइल नंबर क्षेत्रीय स्तर पर विद्युत सेवा केन्द्रों में सूचना पटल पर प्रदर्शित करें एवं स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित कराएं, जिससे बिजली उपभोक्ताओं को सुविधा रहे।