बिजली, पानी और शौचालयों की समस्याओं से झुंझता गाँव सावनकुण्ड
Neemuch 28-05-2018 Regional
सरपंच की मनमानी से ग्रसित है ग्रामीण.....
रिपोर्ट- राकेश राठौर
मनासा। नीमच जिले की मनसा तहसील से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर मनासा नीमच मुख्य सड़क पर बसा हुआ सावनकुंड गांव की जनता बिजली,पानी, और शौचालय से वंचित है। गांव को शासन द्वारा पूरे गांव को ओडीएफ घोषित होने के बाद भी ग्रामीणों को दी जाने वाली मूलभूत सुविधाएं भी नहीं दी जा रही है। शौचालय के अभाव में गांव की महिलाएं खुले में शौच करने को मजबूर है। वही तहसील मुख्यालय से मात्र 3 किलोमीटर दूरी पर यह ग्राम पंचायत सांडिया के अंतर्गत आता है। जिसके सरपंच बाबू चंदेल है। जो कि वर्तमान में यहा शौचालय के नाम पर कोई भी शासन द्वारा निर्मित शौचालय उपलब्ध नहीं है और ना ही यहां पर ग्राम पंचायत स्तर पर शासन द्वारा चलित नल-जल योजना का कोई फायदा इन ग्रामीण लोगों को नही मिल पा रहा है। बड़े-बड़े वादे करने वाले क्षेत्रीय विधायक कैलाश चावला नीमच मनासा का कई बार आना-जाना होने के बाद भी इस गांव पर आज तक इनकी नजर नहीं पड़ी है और अब भी यह अनभिज्ञ होकर कह रहे है कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है और ना ही अभी तक मुझे इस संबंध में कोई शिकायत ही प्राप्त हुई है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने भाषणों में कहते दिखते हैं कि हमने ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय बनाए, बिजली, पानी दी परंतु वास्तविकता में देखा जाए तो नीमच मनासा के मैंन रोड से सटे इस गांव में आज भी मूलभूत सुविधाओं से यह गांव जूझ रहा है। अभी यहां पर ग्रामीण स्टेडियम बनाकर क्षेत्रीय विधायक एवं मध्यप्रदेश शासन खेलों को बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम भी बनाया गया फिर भी इस गांव पर विकास वाली छवि की नजर अभी तक नहीं पड़ी है।आखिर कब तक सावनकुण्ड की जनता को इन सभी समस्याओं से निजात मिलेगी।