आचार्य श्री महाश्रमण जी के सान्निध्य में मुनि सम्बोध कुमार जी की पुस्तक " डिस्कवर लाइफ " लोकार्पित

Bhilwara 29-05-2018 Regional

रिपोर्ट- धर्मेन्द्र कोठरी

भीलवाड़ा। सिटी और विक्ट्री विजयवाड़ा (आंध्रप्रदेश) में तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण जी के सान्निध्य में मुनि श्री सम्बोध कुमार जी की पहली अंग्रेजी कृति " डिस्कवर लाइफ " का विशाल जनसमुदाय के बीच लोकार्पण हुआ। जैन विश्व भारती लाडनूं पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित एक सौ पंद्रह पेज की जीवन की समस्याओं का अंत कर जीवन भर मुस्कुराने की वजह देने वाली इस कृति को आचार्य श्री के सान्निध्य में जे.वि.भा अध्यक्ष रमेश जी बोहरा व् तेरापंथी महासभाध्यक्ष हंसराज जी बेताला ने किया। कृति के लोकार्पण समारोह में आचार्य श्री महाश्रमण जी ने कहा : जीवन एक महत्वपूर्ण तत्व है, शरीर के भीतर चेतना की शुद्धि पर ध्यान दिया जाये तो जीवन बहुत अच्छा बन सकता है, डिस्कवर लाइफ जीवन के संदर्भ में कुछ संबोध देने वाली सिद्ध हो और मुनि श्री सम्बोध कुमार जी ने जो श्रम किया है वह सार्थक सिद्ध हो यही शुभाशंसा। 

मुनि श्री सम्बोध कुमार जी ने बताया कि कृति को जहा आचार्य का आशीर्वाद मिला वही साहित्य की अपनी पहली यात्रा में अरिहंत-श्वेता लोढा (मुंबई), प्रज्ञा नोलखा (बीकानेर), शीतल जैन (इंदौर), प्रज्ञा जैन (इंदौर), राजीव सुराणा (उदयपुर), नितीन मेहता (भीलवाड़ा) का उल्लेखनीय किरदार रहा।

यह कृति युवाओं की जिंदगी में आने वाली हर छोटी-बड़ी मुश्किलों को मुस्कुराते हुए सामना करने के रास्तो के रहस्यो से पर्दे उठाते हुए जादुई जीवन जीने की प्रेरणा देती है। मुनि श्री ने बताया कि वे जैन मुनि के 21 वर्षों की यात्रा के दौरान हजारो युवाओं से रुबरु हुए जिनके जीवन के हर मोड़ पर समस्याये थी, उन्हें समाधान की रौशनी की तरफ ले जाते हुए " डिस्कवर लाइफ " लिखने की प्रेरणा मिली, साथ ही उन्होंने बताया कि शासन श्री मुनि श्री सुरेश कुमार जी उनके आदर्श है उनके जीवन से जो सीखा उसे कलम से कागजों पर कल्पना की स्याही से उतारा और डिस्कवर लाइफ देश और दुनिया के सामने एक बेहतर कल को डिजाईन करने के लिये तैयार है। 

यह पुस्तक जैन विश्व भारती के पब्लिकेशन हाउस के स्टॉल्स के साथ book.jvbharati.org पर ऑनलाइन भी उपलब्ध रहेगी। 

इस अवसर पर जैन आगम सुयगड़ो और मुनि श्री मोहजीत कुमार जी की गीत की कृति मनपसन्द गीत भी लोकार्पित हुई।