सफलता की कहानी- दीनदयाल रसोई में गरीबों को 5 रूपये में मिल रहा है भरपेट भोजन

Neemuch 04-06-2018 Regional

प्रतिदिन ढाई से तीन सौ लोग करते हैं भोजन......


रिपोर्ट- जिला जनसम्पर्क डेस्क

नीमच। राज्य सरकार द्वारा लागू की गई दीनदयाल रसोई योजना गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए उपयोगी साबित हो रही है। नीमच जिले में दीनदयाल रसोई में जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए भरपेट एवं स्वादिष्ट भोजन मात्र 5 रूपये में मिल रहा है। जिले में दीनदयाल रसोई योजना प्रारम्भ से ही सफलतापूर्वक चल रही है। जिले की दीन दयाल रसोई प्रदेश की सबसे सफल दीनदयाल रसोई में से एक है। जहां समाजसेवियों के सहयोग से बहुत ही कुशलतापूर्वक रसोई का संचालन किया जा रहा। इससे कई समाजसेवी लोग जुड़े हैं, जो सेवाभाव के साथ गरीबों को भोजन कराते हैं।प्रतिदिन प्रातः 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक गरीबों को भोजन कराया जाता है।प्रतिदिन यहां 250 से लेकर 300 जरूरतमंद व्यक्ति भोजन करते हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान की पहल पर यह योजना शुरू की गई थी।
    दीनदयाल रसोई योजना जिन उद्देश्यों को लेकर शुरू की गई थी, उन उद्देश्यों की पूर्ति में सफल रही है। इस योजना का संचालन न.पा.द्वारा समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से किया जा रहा है। समाजसेवी संस्था के सदस्य मानवीय दृष्टिकोण के साथ कार्य करते हैं।जिले में दीन दयाल रसोई योजना प्रायवेट बस स्टेण्ड नीमच में संचालित है। बसस्टेण्ड नीमच में होने से जिले के दूरस्थ  क्षेत्रों से आये व्यक्तियों को भोजन की सुविधा मिल जाती है। इसके अलावा यहां दूर-दराज से मजदूरी करने के लिए आने वाले लोगों और स्थानीय दिहाड़ी मजदूरों,गरीबों को भी भोजन मिलता है। यह सुविधा उन्हें 5 रूपये में भरपेट भोजन के रूप में मिलती है।भोजन की गुणवत्ता अच्छी रहती है।
     रतलाम जिले के गावं बामनिया से नीमच मजदूरी करने आए केशूराम दीपचंद भूरिया भी दीनदयाल रसौई में प्रतिदिन भोजन कर रहा है। पहले दिन भर की मेहनत-मजदूरी के बाद उसे रोज भोजन की चिन्ता सताए रहती थी। परन्तु दीनदयाल रसौई प्रारम्भ हो जाने से उसे इस चिन्ता से अब मुक्ति मिल गई है। केशुराम दीनदयाल रसौई में पाॅच रूपये भोजन कर रहा है। रोजाना अलग-अगल मीनू अनुसार स्वादिष्ट एवं जायकेदार भोजन कर वह बेहद खुश है। अब वह खुशी-खुशी अपना जीवन यापन कर रहा है। लसूडीहाडा के रितेश भील भी मजदूरी करते है। वह सरकारी अस्पताल में मरीज की देखभाल के लिए नीमच आए। उन्हे नीमच में भोजन की चिंन्ता नही रही। दीनदयाल रसोई योजना में पाॅच रूपये में भर पेट भोजन मिल रहा है गिरदौडा निवासी मिस्त्री का काम करने वाले बाबूलाल यादव को भी अब रोजना घर से खाने का टिफीन लाने की चिंता से मुक्ति मिल गई है। वे भी दीनदयाल रसौई मे पाॅच रूपये में भोजन कर बेहद खुश है।