महिला बैंक घोटाले की सरकार कराये सीबीआई से जांच - जिलाध्यक्ष शर्मा

Bhilwara 11-06-2018 Regional

गृहमंत्री पर लगाये आरोप- दोषियों को बचाने का कर रहे प्रयास.....
 
रिपोर्ट- धर्मेंद्र कोठारी

भीलवाड़ा।  सरकार महिला बैंक घोटाले को किसी निष्पक्ष एवं स्वतंत्र एजेंसी जैसे सीबीआई द्वारा जांच करवाकर बैंक के भोले भाले निवेशकों की जमा रकम लौटाये और दोषियां को सजा दिलाये। कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामपाल शर्मा ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के समक्ष आयोजित जिला कांग्रेस कमेटी के धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए आरोप लगाये कि महिला बैंक घोटाले के दोषियों को राज्य के गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया बचाने का पूरा प्रयास कर रहे है तथा उन्हें संरक्षण दे रहे है। यहां के शहर विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी मंत्री के समक्ष गुहार कर रहे है कि बैंक के वर्तमान संचालक मण्डल को भंग नहीं किया जायें। उन्होंने कहा कि जनता सब देख और समझ रही है कि भाजपा के नेताओं और संचालक मण्डल ने कैसे मिलीभगत करके बैंक के भू-माफियाओं का अड्डा बना कर निवेशकों की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रूपयें उकार लिये। उन्होंने कहा कि उनके काले कारनामां से आज निवेशक खून के आंसू पीकर दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबूत हो रहे है और कई तो अब आत्महत्या की कगार तक पहुंच चुके है। ऐसे में जिला कांग्रेस ने इन सभी पीड़ितों का दर्ज महसूस किया और मदद करने की ठानी। सारे आवश्यक तथ्य जुटा कर आज हम पीड़ित परिवारों के साथ यहां धरना देने आये है और जिला कलेक्टर को 2000 दस्तावेजों का लाल बस्ता सौंप कर यह मांग करते है कि सरकार इन निवेशकों की सुनवाई करें, वर्तमान संचालक मण्डल को भंग करके प्रशासक की नियुक्ति करें तथा पीड़ितों द्वारा दर्ज मुकदमों पर कार्यवाही करते हुए दोषियां एवं सभी को राहत प्रदान करें।

जिला महासचिव महेश सोनी ने बताया कि धरने को पूर्व जिलाध्यक्ष कैलाश व्यास, अनिल डांगी, पूर्व सभापति ओमप्रकाश नराणीवाल, पश्चिम ब्लॉक अध्यक्ष मंजू पोखरना,   पूर्वी ब्लॉक अध्यक्ष हेमेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश श्रीमाली व जिला सहकार संघ के  अध्यक्ष ओमप्रकाश पुरोहित ने भी सम्बोधित किया। धरने के दौरान पीड़ित बैंक निवेशकों सुषुमा छाबड़ा, पुष्पा शर्मा, चन्द्रकला भण्डिया, मूली देवी भण्डारी, राधा देवी सोडाणी, सविता, लक्ष्मण पांचाल, अमोलक भण्डारी, उमाशंकर चतुर्वेदी, डालचन्द गंगवाल, नारायण सेन, भंवर भण्डारी, राधेश्याम काबरा, राजेश नकलक, प्रद्युमन अजमेरा, पुष्पेन्द्र सुराणा आदि ने अपने दिल का दर्द बयान करते हुए भाजपा सरकार के भ्रष्ट मंत्रियों व जनप्रतिनिधियों को जमकर बोला। धरना समाप्ति के पश्चात् जिलाध्यक्ष शर्मा की अगुवाई में प्रतिनिधि मण्डल एवं पीड़ितों ने कलेक्ट्री पहुंच कर राजस्थान के नाम का ज्ञापन सौंप कर जमा राशि लौटाने सहित दोषियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने की मांग की।

जिला व शहर कांग्रेस द्वारा आयोजित इस विशाल धरने का कुशल संचालन करते हुए जिला महासचिव सोनी ने सभी पीड़ितों को यह विश्वास दिलाया कि उनके दुःख दर्द में हर वक्त सभी कांग्रेसजन शरीक है तथा इस मामले के हल हो जाने तक वो चैन से नहीं बैठेगें। उन्होंने कहा कि जिला कांग्रेस के 50 अधिवक्ताओं की टीम उनके इस मामले को यदि सवोच्च न्यायालय भी ले जाना पड़ा तो ले जायेगी और सारी कार्यवाही पूर्णतः निःशुल्क करेगी। पार्टी के इस विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में कानूनी सलाहकार, समिति के सदस्य अधिवक्ता दुर्गेश शर्मा, सुरेश श्रीमाली, पंकज पंचोली, गोपाल अजमेरा, विष्णुदźा शर्मा, गिरीश कौशिक, प्रणवीर सिंह आशिया, फारूख मंसूरी, भैरूलाल बैरवा, राकेश वैष्णव, ओमप्रकाश तेली, भोलूराम कंजर, राजू डीडवानियां, भानूप्रताप सिंह पुरावत, दीपक श्रीमाली, कुणाल ओझा, गोपाललाल चौधरी, ईश्वरलाल खोईवाल, प्रकाशचन्द्र ओझा, राजेश चौधरी, लादूलाल गुर्जर, मदन मेघवाल, धर्मेन्द्र ओझा, राजकुमार माली, ओमप्रकाश शर्मा, उमेश कुमार टेलर, राजकुमार पायक, प्रकाश शर्मा, उदयलाल बोराणा, प्रीति शर्मा एवं पदाधिकारी मधु जाजु, रामगोपाल पुरोहित, भैरूलाल भडाणा, शिवकुमार कौशिक, गोपाल सारस्वत, रेखा हिरण, सुशीला बैरवा, धर्मेन्द्र पारीक, संजय मेवाड़ा, आशीष राजस्थला, अंचल व्यास, सुमित्रा काठियां, गोवर्धन सिंह कट्टार, अर्चना दुबे, गुणवन्त जैन, संजय हिरण, शिवराम खटीक, भूपेन्द्र चौधरी, रियाज पठान, अनिता रावल, सुधा जाट, लाजपत आचार्य, केसर सिंह, हेमराज आचार्य, प्रवीण आचार्य, प्रीतम सुवालका, अरूण सारस्वत, प्रकाश शर्मा, अनिल मण्डिया, सुशील ओझा, मेवाराम खोईवाल, प्रवीण चौधरी, अर्चना दुबे सहित सैकड़ां की संख्या में कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।