घर-घर, गांव -गांव जाकर युवा हिमांशु टेलर जगा रहा है शिक्षा का अलख

Neemuch 18-06-2018 Regional

 रिपोर्ट- ब्यूरों डेस्क

नीमच। बचपन खेलने कूदने ओर सीखने की उम्र होती है । RTI 2009 में 6से 14 वर्ष के बच्चो के लिए निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा की व्यवस्था की गई है ।किंतु कई बार पालको व सरक्षको की जागरूकता के अभाव, खराब आर्थिक स्थिति  एवं रूढ़िवादी सोंच के कारण बालक स्कूल नही जा पाता है ।तथा बीच मे ही शाला त्याग देते है ।ऐसे ही बच्चो को ध्यान में रखते हुए चीताखेड़ा के होनहार युवा हिमांशु टेलर  द्वारा पिछले करीब सप्ताह भर से जिले के केसरपुरा , ड़सानी,बिसलवास सोनगिरा,  बांगरेड, बोरखेड़ी,चीताखेड़ा ,अमावाली जागीर, घसुंडी जागीर, रूपपुरा , बावल, तारापुर , आलोरी गरवाड़ा  आदि ग्रामीण व पिछड़े क्षेत्रो में घर -घर जाकर 6 से 14 वर्ष के बालको एवं उनके संरक्षकों को  शिक्षा का महत्व समजाकर RTI 2009 में उनके अधिकारों  के बारे में बताया जा रहा है  तथा लोगों को शालात्यागी, एवं बालिका शिक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है।  युवा हिमांशु टेलर के इस कार्य की सब तरफ खूब प्रशंसा की जा रही है ।