आस्था से सरोबार हुआ शाण्बालक उमावि क्र 2 स्कूल परिसर, रोजाना उमड़ रहे श्रद्धालु

Neemuch 24-04-2018 Regional

श्री रूद्राक्ष महाभिषेक में महामंडलेश्वर सुरेशानंद सरस्वती ने कहा- शिवमय हो जाता रूद्राक्ष धारण करने वाला....




नीमच। बड़े भागशाली है काल शर्प दोष और गृह दोष सबके निमित्य यह पूजन होता है। सभी ने रूद्राक्ष की मालाओं पर शिवलिंग की बीज चढाए। यह काल दोषए सर्प दोष और विघ्नहरण करता है। शिवलिंग व रूद्राक्ष दोनों का पूजन करते है तो सभी प्रकार की बाधाए समाप्त होती है।  सर्वदोषए गृह दोषए गृह पीडा व शरीर पीड़ा का नाश होता है। रूद्र के अश्रुओं से उत्पन्न दिव्य वनस्पति को रूद्राक्ष कहते है। रूद्र का अंश भी कहा गया है। जो रूद्राक्ष को धारण करता है वह प्रत्यक्ष शिवमय हो जाता है।
यह बात महामंडलेश्वर सुरेशानंद सरस्वती ने कहा- वे शहर के शासकीय बालक उमावि क्र 2 के खेल मैदान पर अखिल भारतीय रूद्राक्ष महासभा के तत्वावधान में नागरा मैनारिया ब्राह्माम्ण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष जसराज मेहता द्वारा आयोजित श्री रूद्राक्ष महाभिषेक के चौथे दिन बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि रूद्राक्ष कोई भी पहन सकता है। विश्व  का कल्याण हो यह भाव हमारे यहां बैठे प्रत्येक व्यक्ति के मन में है लेकिन इसका चिंतन होना चाहिए। बड़े.बड़े ऋषि, मुनि, तपस्वी  व सिध्द पुरूष गले में रूद्राक्ष धारण करते है। पंचतत्व से बना यह रूद्राक्ष हमें संतुलित करता है। विचारधारा को सकारात्मक रखता है। हमारे मन में किसी प्रकार का क्रोध का समावेश नहीं होने देता है। पंचमुखी रूद्राक्ष का पूजन कर रहे हैएजिसे शास्त्रों में सर्वसिध्द कहा गया है। रूद्राक्ष की वैदिक कथाए बहुत है। परंतु हमें धारण इसलिए करना है कि जो हमारे आस पास है वह सभी हमारे है यह भाव निर्माण हो। समाज को एक विचार धारा से चलाने के लिए धारण करना है। रूद्राक्ष रूपी मणी सभी को एक धांगे में पिरोएगा। मन में एक भाव रहेगा यहां कोई पराया नहीं है। किसी भी जाति पंत का नहीं है। हम एक दूसरे से जुड़े है। 
इससे पूर्व महामंडलेश्वर सुरेशानंद सरस्वती के सानिध्य से में रोजाना की तरह चौथे दिन भी सुबह 9 बजे से श्री रूद्राक्ष महाभिषेक का मंत्रोचार के साथ पूजन शुरू हुआ। जिसमें 108 प्रकार की जड़ बूटियों से शिवलिंगों का अभिषेक किया गया। इस मौके पर उज्जैन और नीमच के विद्वानों ने वैदिक मंत्रोचार के साथ अभिषेक कराया। अभिषेक में चौथे दिन बड़ी संख्या में श्रध्दालुओं ने भाग लिया और 108 प्रकार की वनस्पती से अभिषेक किया।

कलेक्टर ने किए विशाल रूद्राक्ष शिवलिंग के दर्शन-

मंगलवार दोपहर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रमसिंह भी श्री रूद्राक्ष महाभिषेक कार्यक्रम में पहुंचे और रूद्राक्ष से बने विशाल शिवलिंग के दर्शन कर आयोजन की सराहना की। इस मौके पर आयोजन समिति प्रमुख जसराज मेहता, राजू नागदा कानाखेड़ा आदि ने कलेक्टर श्री सिंह का रूद्राक्ष की माला भेंट कर सत्कार किया।

भजन संध्या में झूम उठे श्रध्दालु-

रूद्राक्ष महाभिषेक कार्यक्रम में सोमवार शाम प्रसिध्द भजन गायक गन्नु महाराज की भजन संध्या आयोजित की गई थी। इस मौके पर गन्नु महाराज ने शिव के 11वें रूद्र अवतार हनुमानजी और राधा.कृष्ण के मनमोहक भजनों की प्रस्तुती देकर श्रध्दालुओं को भावविहल कर दिया। कार्यक्रम के दौरान गन्नु महाराज के भजनों पर श्रध्दालु जमकर झूम उठे। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रध्दालु मौजूद थे। भजन संध्या देर रात तक जमी रही।



 बुधवार,25 को लगेगा छप्पन भोग,  होगा रूद्राक्ष का वितरण-

श्री रूद्राक्ष महाभिषेक का समापन  25 अप्रेल, बुधवार को पत्र, पुष्प अभिषेक से होगा।  इस मौके पर रूद्राक्ष से बने भगवान भोलेनाथ को छप्पन भोग का नेवेद्य भी लगाया जाएगा और रूद्राक्ष वितरण कार्यक्रम भी होगा, जिसके बाद कार्यक्रम में मौजूद श्रध्दालुओं के लिए प्रसादी का आयोजन किया जाएगा।