ना पक्की सड़क, ना पिने का पानी, हैडपंप चारों खराब, ग्रामीणजनों ने कहा अभी तक क्या हुआ विकास

Neemuch 19-06-2018 Regional

अँचल में स्थित एक गांव के हालात एेसे हैं जिसका निकाल जिम्मेदारों की समझ से परें हैं..... 

रिपोर्ट- महावीरसिंह चंद्रावत

मनासा। उल्लेखनिय हैं की ग्रामीणजन की निष्क्रीयता भी उनके दूख का भागिदार हैं। परंतु दूर्भाग्य वंश प्रशासन की सर्व-सूविधा से आज भी इस गांव के हालात जस के तस, मामला हैं जिले की मनासा तहसील में स्थित गांव खेड़ा (आँत्री) का जहां पर हालातों के अभाव एेसे हैं की स्थानीय निवासरत लोगों के लिए पिने का पानी तक समय पर नहीं मिलता। गांव में चार हैडपंप लगे हुए हैं, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते किसी भी हैडपंप से पानी भरना मुनासिब नहीं हो रहा हैं। हालातों के अभाव में जी रहे ग्रामीणजनों ने बताया की आजादी के 70 साल बित जाने के बाद भी कभी गांव में आरसीसी मार्ग का निर्माण नहीं हुआ यहां तक की गांव में विकास होगा यह केवल हवा के झौंके के भाती आश्वासन मिला लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते वह केवल सपना बनकर धरातल पर अटका हुआ हैं। बिते वर्ष आँत्री माता से लेकर खेड़ा के बिच के झंजर मार्ग का टेंडर स्वीकृत हुआ लेकिन निर्माण कार्य की सुविधा से जमीनी हकिकत कौसों दूर नजर आ रही हैं। वर्षा ऋतु आने वाली हैं, एेसे में अगर पानी का बहाव जादा होता हैं तो यहां के निवासरत लोग आँत्री माता का मार्ग तक तय नहीं कर सकते हैं।  इस गांव की विक्राल समस्या से हालात यह हो रहे हैं की पिने का पानी काफी जद्दोजहद कर गांव से एक किमी दूर से लाना पड़ता हैं। जिम्मेदारों को अवगत करवाओं तो वह भी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं। चूंकि हम जिम्मेदार अपनी कार्यप्रणाली को बदहाल ना होने दे और हमें प्रशासन की सर्व-सूविधा का लाभ दिलवाये, गांव में विकास शब्द का तो नाम ही नहीं हैं। स्थानीय निवासरतों की व्यथा से प्रशासन को सुध लेना चाहिये।