मामला— किसान के कीटनाशक पीने का

Neemuch 20-06-2018 Regional

                                चित्र- पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर खडे हुए किसान का 
 
भोले—भाले किसान को बहला—फुसला कर कांग्रेस नेता बाहेती की छवि खराब करने का रचा गया था षडयंत्र, किसान ने हकीकत को किया बयां, एसपी और मीडिया के समक्ष रखी पूरी सच्चाई......
 
रिपोर्ट- ब्यूरों डेस्क
 
नीमच। विगत दिनों जीरन तहसील के ग्राम पिराना निवासी किसान ​राधेश्याम पिता मांगीलाल गुर्जर ने कीटनाशक पी लिया था। इस मामले में जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष नारायणदास बाहेती पर आरोप लगाए गए थे। यह मामला राजनीति तूल भी पकडता नजर आ रहा था। कांग्रेस नेता बाहेती पर आरोप लगाए गए थे कि उनका कर्ज था और कर्ज से परेशान होकर किसान ने जहर ​पी लिया था। बुधवार को इस मामले में जब नया मोड आया, तब खुद ही शिकायतकर्ता राधेश्याम गुर्जर ने एसपी तुषारकांत विद्यार्थी और मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी। कांग्रेस नेता की छवि खराब करने के लिए षडयंत्र रचा गया था,जबकि हकीकत तो यह है कि कांग्रेस नेता नारायणदास बाहेती से कोई लेना—देना तक नहीं था। जिला अस्पताल में किसी ने उसे बहकाया और बाहेती का नाम उछाल दिया। किसान ने मय शपथ पत्र के जरिए यह खुलासा किया है।
राजनीति में किस तरह से छवि खराब करने का काम विरोधी करते है और दूसरे के कंधे पर बंदूक रखकर जनता के बीच नेताओं को बदनाम करने का प्रयास होता है। ताजा मामला जीरन तहसील में सामने आया है। किसान ने एसपी को दिए शपथ पत्र में कहा कि  कीटनाशक बाहेती की वजह से नहीं किया था बल्कि कंवरलाल गुर्जर पिराना और घीसालाल पाटीदार की प्रताडना के कारण किया था। जिला अस्पताल में जबरन कांग्रेस नेता बाहेती का नाम बुलाया गया था। मैं शराब के नशे में था वहां पर उपस्थित सामाजिक राजनीतिक लोगों के दबाव में आकर मैने श्री बाहेती का नाम ले लिया था जो कि सरासर गलत है। सच्चाई से इसका कोई वास्ता नहीं है। कंवरलाल गुर्जर और घीसालाल पाटीदार ने पैसो के लेन—देन का दावा लगा रखा था। जिसके चलते मेरा भाई हाल ही में 12 दिन की जेल में बंद रहकर आया था। जिससे मेरा दिमाग खराब हो गया था। जिस वजह से मैने कीटनाशक पी लिया था। जिला अस्पताल में मौजूद लोगों के दबाव में आकर श्री बाहेती का नाम लिया है, जो कि गलत है। श्री बाहेती से मैरा लेन—देन था लेकिन वह पूर्व में ही समाप्त हो चुका है। जिला अस्पताल में नशे की हालत में दिया गया बयान पूर्णत असत्य था। किसान द्वारा पूरी सच्चाई का खुलासा करने के बाद इस पूरे मामले का पटाक्षेप भी हो गया है। 
 
विरोधियों की हो गई थी बल्ले—बल्ले,बाहेती को फंसाने के लिए ऐढी से चोंटी तक की जोर आजमाइश.....
जीरन के रहने वाले नारायणदास बाहेती का राजनी​ति में बडा नाम है।  वहीं उनके बेटे तरूण बाहेती भी उभरते हुए युवा नेता है। वे प्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव है। काफी सालों से वे राजनीति में सक्रिय है। चाहे किसान के हितों की बात हो या फिर अस्पताल  में परेशान मरीज का मामला हो। वे हर वक्त तत्परता से खडे हो जाते है। इसी के चलते नीमच विधानसभा में मजबूत दावेदार के रूप में भी उभरकर सामने आए है।​ उनके विरोधियों को जैसे ही किसान के कीटनाशक पीने की बात उन्हें पता चली तो सक्रिय हो गए और श्री बाहेती को फंसाने का षडयंत्र रचा, जो बुधवार को स्वयं किसान ने इसका खुलासा कर दिया है।