कर्ज से परेशान किसान फंदे पर झूला, कांग्रेस ने लगाया आरोप, प्रदेश सरकार है किसान की आत्महत्या के लिए दोषी

Pipliya Mndi 20-06-2018 Regional

रिपोर्ट- जेपी0तेलकार
 
पिपलिया स्टेशन। गांव काचरिया कदमाला में कर्ज से परेशान ने आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कांग्रेस ने किसान की आत्महत्या के लिए प्रदेश सरकार को दोषी ठहराया है। जानकारी के अनुसार किसान भंवरलाल (45) पिता रुपा गायरी का शव बुधवार सुबह कुए के उपर जा रहे खजूर के पेड़ पर रस्सी के फंदे पर लटका मिला। सूचना पर नारायणगढ़ पुलिस मौके पहंुची, शव नीचे उतरवाया व पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया। धारा 174 में मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया।
 
साहूकारों के कर्ज से परेशान था किसान.....
70 वर्षीय रुपा गायरी का कहना है, उनके बेटे पर तीन से चार लाख रुपए का कर्ज था, एक माह पूर्व ही एक बीघा जमीन बेचकर लिये गए ब्याज का कर्ज चुकाया था। सन् 2017 में भी करीब डेढ़ लाख रुपए कर्ज चुकाया था। रुपा ने बताया उनका बेटा साहूकारों से लिये कर्ज का ब्याज भरकर तंग आ चुका था, इसी कारण उसने आत्महत्या का कदम उठाया।
 
भंवरलाल पर थी परिवार की जवाबदारी....
मृतक भंवरलाल व परिवार खेती पर ही आश्रित है। छह बीघा जमीन बेचने के बाद अब उसके पास पांच बीघा जमीन ही बची थी, उसकी पुत्री 20 वर्षीय अन्नू की कुछ माह पूर्व ही शादी हुई है, वहीं 17 वर्षीय पुत्र अर्जुन जो कक्षा बारहवीं में है एक और 12 वर्षीय पुत्र कन्हैया आठवीं में है, इनके साथ ही पत्नी कारीबाई, पिता रुपा व मां की समस्त जवाबदारी भी भंवरलाल पर ही थी, वह अत्यन्त गरीब है, बीपीएल का राशन कार्ड भी है। भंवरलाल की मौत के बाद परिजनों को और ज्यादा आर्थिक संकट से गुजरना पड़ेगा।
 
कांग्रेस नेतागण पहंुचे गांव परिजनों को बंधाया ढ़ाढस, कहा प्रदेश सरकार है दोषी......
इधर किसान द्वारा आत्महत्या कर लेने के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रातड़िया, कांग्रेस नेता श्यामलाल जोकचन्द्र, अनिल शर्मा, भूपेन्द्र महावर, भंवर राठौर, मुकेश निडर, मानसिंह बोराना, ईश्वर धाकड़, भोपालसिंह, शीतलसिंह, श्रीपालसिंह आदि गांव काचरिया कदमाला पहंुचे व परिजनों को ढ़ाढस बंधाया। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया किसानों को फसलों के वाजिब दाम नही मिल रहे है वे साहूकारों से कर्ज लेकर जीवन-यापन करने को मजबूर है, ब्याजजी की राशि ज्यादा होने से वे कर्ज नही चुका पाने से आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे है। प्रदेश सरकार किसानों को वाजिब मूल्य नही दे पा रही है, इसलिए किसानों को कर्ज लेना पड़ रहा है, किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्या के लिए प्रदेश सरकार दोषी है। 
 
प्रामेसरी नोट मिले है, जांच की जा रही है.....
नारायणगढ़ थाना प्रभारी बापूसिंह बामनिया ने बताया मृतक के जेब सुसाइट नोट नही मिला है, दो प्रामेसरी नोट मिले है, जिनका कर्ज किसान 2017 में ही दे चुका है। मृतक के पुत्र से बात हुई उसमें आत्महत्या के कारणों का पता नही चला है। धारा 174 में मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है।