सु-प्रभात
Neemuch 22-06-2018 Thought of the day
प्रेम चाहिए तो समर्पण खर्च करना होगा;
विश्वास चाहिए तो निष्ठा खर्च करना होगी;
साथ चाहिए तो समय खर्च करना होगा;
किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं;
मुफ्त तो हवा नहीं मिलती;
एक साँस भी तब आती है;
जब एक साँस छोड़ी जाती है।
प्रेम एक जुड़ाव है,
कोई बंधन नहीं क्योंकि
बाँधनेे के लिए लाजिमी है गाँठ लगाना
और
जहाँ गाँठ है वहाँ बंधन तो हो सकता है परंतु
प्रेम नहीं।
कोई बंधन नहीं क्योंकि
बाँधनेे के लिए लाजिमी है गाँठ लगाना
और
जहाँ गाँठ है वहाँ बंधन तो हो सकता है परंतु
प्रेम नहीं।