बेजुबान जानवर सांड खुले कुए में गिरा हुई मौत, कई शिकायतों के बाद भी नही जागे जिम्मेदार,
Neemuch 23-06-2018 Regional
अब भी यदि कुए को ढकवाया नही गया तो भविष्य में भी हो सकती है जनहानि ......
रिपोर्ट- मनीष चांदना
नीमच। कितने ही आवेदन, शिकायते की गई पर नही हुई कोई सुनवाई जिम्मेदारों की अनदेखी का आलम देखो एक बेजुबान पशु सांड (केड़ा) की कुए में गिरने से जान चली गई।
इंदिरा नगर के समीप क्लासिक क्राउन कॉलोनी के पास गेस गोदाम के पीछे प्राचीन कुआं है जो वर्षो से रहवासियों की प्यास बुझा रहा था। बीते कुछ वर्षों से नगरपालिका व जिम्मेदारों की अनदेखी से जीवित कुआ समाप्त होने की कगार पर पहुच चुका है। खुला कुआ होने से हालात ये हो रहे है कि इसमें गंदगी व कचरा भारी मात्रा में गिरने से वही हर कोई इसमे पूजन सामग्री सहित अन्य वस्तुए डालने से पानी काफी गंदा होकर पीने लायक भी नही बचा है। रहवासियों ने कई बार आर्थिक सहयोग से कुए का जिर्णोद्धर करवाकर सफाई भी करवाई लेकिन खुला कुआ होने से इसमे आये दिन गंदगी व कचरा उड़ के गिरता है ही वही इसमे बकरी और कुत्ते के अलावा कबूतर व अन्य जानवर भी कई बार गिर चुके है। जिसे रहवासियों ने काफी मुश्किलों से बाहर निकाला।
शनिवार का नजारा खुले कुए का अलग ही नजर आया। इस खुले कुए में जो आशंका थी वही हुआ कोई जनहानि तो नही हुई पर बेजुबान पशु सांड की जान चली गई। सुबह के लगभग 7:30 बजे के पास जैसे कुए से धड़आम की आवाज आई तो रहवासी बाहर निकले तो देखा कि सांड कुए में गिरा है और बाहर निकलने का प्रयास कर रहा है। रहवासियों ने उसे बचाने का प्रयास किया पर उन्हें असफलता हाथ लगी। अगर कुआ ढका होता तो पशु की जान बच जाती वही कुआ का पानी पीने के उपयोग में आता।
सूचना पर नपा सीएमओ ने नपा कर्मचारियों को भेज मृत सांड को जेसीबी की सहायता से बाहर निकाला। पशुओ के मालिक की लापरवाही कहे कि वे इन्हें खुल्ला छोड़ देते है और कोई ध्यान नही रखते। वही पशुओ के नाम पर राजनीति करने वाले भी खुले रूप में विचरण करने वाले पशुओ के लिए कोई सुरक्षात्मक कार्यवाही नही कर पाते है। जन हानि नही हुई पर पशु हानि तो हुई है।
इंदिरा नगर के समीप क्लासिक क्राउन कॉलोनी के पास गेस गोदाम के पीछे प्राचीन कुआं है जो वर्षो से रहवासियों की प्यास बुझा रहा था। बीते कुछ वर्षों से नगरपालिका व जिम्मेदारों की अनदेखी से जीवित कुआ समाप्त होने की कगार पर पहुच चुका है। खुला कुआ होने से हालात ये हो रहे है कि इसमें गंदगी व कचरा भारी मात्रा में गिरने से वही हर कोई इसमे पूजन सामग्री सहित अन्य वस्तुए डालने से पानी काफी गंदा होकर पीने लायक भी नही बचा है। रहवासियों ने कई बार आर्थिक सहयोग से कुए का जिर्णोद्धर करवाकर सफाई भी करवाई लेकिन खुला कुआ होने से इसमे आये दिन गंदगी व कचरा उड़ के गिरता है ही वही इसमे बकरी और कुत्ते के अलावा कबूतर व अन्य जानवर भी कई बार गिर चुके है। जिसे रहवासियों ने काफी मुश्किलों से बाहर निकाला।
शनिवार का नजारा खुले कुए का अलग ही नजर आया। इस खुले कुए में जो आशंका थी वही हुआ कोई जनहानि तो नही हुई पर बेजुबान पशु सांड की जान चली गई। सुबह के लगभग 7:30 बजे के पास जैसे कुए से धड़आम की आवाज आई तो रहवासी बाहर निकले तो देखा कि सांड कुए में गिरा है और बाहर निकलने का प्रयास कर रहा है। रहवासियों ने उसे बचाने का प्रयास किया पर उन्हें असफलता हाथ लगी। अगर कुआ ढका होता तो पशु की जान बच जाती वही कुआ का पानी पीने के उपयोग में आता।
सूचना पर नपा सीएमओ ने नपा कर्मचारियों को भेज मृत सांड को जेसीबी की सहायता से बाहर निकाला। पशुओ के मालिक की लापरवाही कहे कि वे इन्हें खुल्ला छोड़ देते है और कोई ध्यान नही रखते। वही पशुओ के नाम पर राजनीति करने वाले भी खुले रूप में विचरण करने वाले पशुओ के लिए कोई सुरक्षात्मक कार्यवाही नही कर पाते है। जन हानि नही हुई पर पशु हानि तो हुई है।
समय रहते नही दिया ध्यान तो घट सकती है अप्रिय घटना......
पूर्व में इस क्षेत्र के रहवासियों ने नपाध्यक्ष राकेश जैन, सीएमओ संजेश गुप्ता व अन्य जिम्मेदार के नाम खुले कुए को ढकवाने एवम कुए की साफ सफाई के साथ ही इसमे हेंडपंप लगाने हेतु कई बार आवेदन देने व शिकायत करने और ज्ञापन देने के बाद भी जिम्मेदारों की आंखे नही खुली जिसका परिणाम ये रहा कि एक पशु सांड को अपनी जान गवानी पड़ गई। नगर पालिका एक और लाखों रुपये आमजनता के लिए पीने के पानी के लिए खर्च करती है वही जहां ऐसा जीवित कुआ है वहा बहुत कम आर्थिक सहयोग से पानी की पूर्ति आमजन के लिए हो सकती है। लेकिन इस और किसी का ध्यान नही।
रहवासियों ने दी चेतावनी.....
चर्चा में इस क्षेत्र के रहवासियों ने नगर पालिका व जिम्मेदार अधिकारियों कर्मचारियों सहित जिमेदार जनप्रतिनिधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते गणपति नगर में व्याप्त समस्याओ के निदान की और ध्यान नही दिया तो आने वाले समय मे मजबूरन रहवासी समस्या निदान हेतु उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी समस्त जवाबदारी जिम्मेदारों की होगी।