ज्योतिरादित्य सिंधिया लड़ सकते है उज्जैन से चुनाव। मालवा क्षेत्र की 50 से अधिक सीटों पर मिलेगा सीधा फायदा
Neemuch 23-06-2018 State
रिपोर्ट- ब्यूरों डेस्क
मन्दसौर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी में इन दिनों यह बात बहुत तेजी से चल रही है कि श्रीमन्त ज्योतिरादित्य सिंधिया विधानसभा 2018 के चुनावों में उज्जैन उत्तर से चुनाव लड़ सकते है, हालाकिं यह अभी सिर्फ एक चर्चा है लेकिन इस चर्चा ने भाजपा के माथे पर अभी से चिंता की लकीरें खींच दी है क्योंकि शिवराजसिंह चौहान को मालवा से बहुत उम्मीद है और धीरे धीरे पूरे मालवा बेल्ट में संघ ने गहरी पकड़ बना ली है ऐसे में अगर महंत यहां से चुनाव लड़ते है, तो उज्जैन संभाग की 29 सीट के साथ ही इंदौर संभाग की भी सीटों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।
उज्जैन से है गहरा नाता, ये मिलेगा फ़ायदा.....
सिंधिया राजघराने का उज्जैन से गहरा नाता है, कोठी पैलेस, टॉवर, जिला अस्पताल, गोपाल मंदिर, केडी पैलेस, महाकाल की सवारी, सहित कई धरोहरें और परम्परा सिंधिया राज घराने की देन है । यही नही संभाग के अन्य शहरों, गांवों में भी सिंधिया कालीन इमारतें और राजघराने से जुड़े वफ़ादार लोग मौजूद है, उज्जैन की जनता आज भी माधवराव जी और ज्योतिरादित्य को अपना राजा मानती है ऐसे में अगर वो इस और से चुनाव लड़ते है तो उनका जितना तो तय है ही उनके साथ आसपास की 50 से अधिक सीटे सीधे तौर पर प्रभावित होगी वंही क्षेत्र में पनप रही गुटबाजी पर भी विराम लगेगा।
उज्जैन से है गहरा नाता, ये मिलेगा फ़ायदा.....
सिंधिया राजघराने का उज्जैन से गहरा नाता है, कोठी पैलेस, टॉवर, जिला अस्पताल, गोपाल मंदिर, केडी पैलेस, महाकाल की सवारी, सहित कई धरोहरें और परम्परा सिंधिया राज घराने की देन है । यही नही संभाग के अन्य शहरों, गांवों में भी सिंधिया कालीन इमारतें और राजघराने से जुड़े वफ़ादार लोग मौजूद है, उज्जैन की जनता आज भी माधवराव जी और ज्योतिरादित्य को अपना राजा मानती है ऐसे में अगर वो इस और से चुनाव लड़ते है तो उनका जितना तो तय है ही उनके साथ आसपास की 50 से अधिक सीटे सीधे तौर पर प्रभावित होगी वंही क्षेत्र में पनप रही गुटबाजी पर भी विराम लगेगा।
मंदसौर में दिखाई दिया था असर.....
प्रदेश मे परिवर्तन की बयार है, उज्जैन संभाग भी इससे अछूता नही है इसका असर हालही में मंदसौर में हुई राहुल गांधी की किसान महासभा में दिखाई दिया था , 2 लाख लोग इस दौरान इंदौर-उज्जैन संभाग से मंदसौर पहुंचे थे जिससे पूरे मालवा क्षेत्र में कांग्रेस का माहौल बन गया है ऐसे में अगर पार्टी यहां सिंधिया कार्ड खेलती है तो यह निश्चित ही कारगर और कामयाब सिद्ध होगा। कुछ चुनावी विश्लेषक और वरिष्ठजन भी इस बात को स्वीकार करते है कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया उज्जैन उत्तर से चुनाव लड़ते है तो यहां वर्षो से काबिज भाजपा प्रत्याशी को हराने के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में भी बड़ी सफलता मिल सकती है।