सिलकोसिस पीड़ितों हेतु "आप" ने की कलेक्टर से गुहार, न्यायालय जाने की तैयारी

Bhilwara 25-06-2018 Regional

रिपोर्ट- धर्मेन्द्र कोठारी

भीलवाड़ा। जिले मे खनन माफियाओं ने लालच की हदें पार कर ऐसे हालात पैदा कर दिए है कि उनकी खानों पर काम करने वाले मजदूरों की जान पर बन आयी है। वैध-अवैध सभी खानों पर सूखी ड्रिलिंग और पर्यावरण नियमों को धत्ता बताने के कारण मजदूरों को सिलकोसिस बीमारी ने घेर लिया है, कुछ तो मौत की आगोश में चले गए और बाकियो की सांस भी कब थम जाए कह नही सकते । राज्य में सिलकोसिस से सर्वाधिक विधवा भीलवाड़ा जिले में हुई हैं, ऐसे में नेताओं से उम्मीद रही कि वे इसकी भयावहता को समझ कर खनन कानूनों का सख्ती से पालन करवाकर मजदूरों को सुरक्षा व चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे मगर अब तो लगता है कि वोट की राजनीति में वे भी खनन माफियाओं के गोद मे जाकर बैठ गए है और मजदूरों की भलाई में ख़र्च होने वाले DMFT फण्ड के पैसे को अपनी मनमर्जी से अपने चुनावी क्षेत्र में खर्च करवा रहे है।
हद तो तब हो गयी जब सिलकोसिस पीड़ित विधवा को 700/- प्रति माह पेंशन का प्रस्ताव खारिज कर दिया गया और कबूतरखाना हेतु प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया। अरबों का फण्ड होने के बावजूद न तो सभी सिलकोसिस मरीजों को बेरोजगार हो जाने के बावजूद 1 लाख रु की मदद दी गयी है और न ही सभी मृतक परिवारो को 3 लाख रु की मदद दी गयी है।
यही सब चलता रहा और जिले के  सातों विधायक चुप रहे तो आम आदमी पार्टी न्यायालय की शरण लेकर मजदूरों के हित की लड़ाई लड़ने पर मजबूर होगी, इसी आशय का ज्ञापन आज आप नेता सुनील आगीवाल के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को दिया गया।
कार्यक्रम में नारायण भागेरिया, आर. सी. लोढ़ा, साजिद खान, पिंटू गुर्जर, कय्यूम मीर, धर्मेन्द्र शर्मा, अनुज शुक्ला, कमलेश डाड, दीपक चौधरी, सुशील मिश्रा, पियूष जैन, संजय कटारिया आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे I