खेड़ा कोयला में बीएससी पास किसान ने की आत्महत्या

Neemuch 28-06-2018 Regional

पुलिस ने कहा विक्षिप्त था!  कांग्रेस ने कहा कर्ज के बोझ तले आत्महत्या को मजबूर किसान.....
 
रिपोर्ट- जेपी0 तेलकार
 
पिपलिया स्टेशन । खेड़ा कोयला में फिर एक किसान द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या का मामला सामने आया है। किसान युवक बीएससी पास है। जबकि पुलिस का कहना है फांसी लगाने युवक विक्षिप्त था, इधर कांग्रेस नेता श्यामलाल जोकचन्द्र ने आरोप लगाया कि भाजपा के राज में कर्ज के बोझ तले किसान, मजदूर व बेरोजगार युवा आत्महत्या कर रहे है। जानकारी के अनुसार बीती रात्रि गांव खेड़ा कोयला में सत्यनारायण (25) पिता कचरुलाल मेघवाल खाना खाकर सो गया, बुधवार सुबह जब दरवाजा खटखटाया तो वह नही उठा, परिजनों ने सत्यनारायण के मोबाइल पर भी कॉल किया, लेकिन स्वीच ऑफ था, जब परिजनों ने उजालदान से झांककर देखा तो सत्यनारायण बल्ली पर फंदा बनाकर लटका हुआ था। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, नाहरगढ़ थाने के एएसआई एनएस सिसौदिया जाप्ते के साथ मौके पहंुचे, शव को पीएम कराने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर धारा 174 में मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया। 
 
किसान होकर, बीएससी पास है युवक.....
जानकारी के अनुसार आत्महत्या करने वाले युवक गरीब किसान था। उसके दो बीघा जमीन है व मजदूरी भी करता है, पिता का निधन हो चुका है, दो भाई गोपाल व रमेश अलग रहते है। मां रामकन्या बाई, सत्यनारायण के साथ ही रहती है। किसान खेती के साथ मजदूरी भी करता है, करीब छह वर्ष पूर्व उसका विवाह फंूदीबाई से हुआ था, जिसके एक ढ़ाई वर्षीय पुत्र करण व एक दो माह की पुत्री भी है। जानकारी के मुताबिक युवक ने करीब आठ वर्ष पूर्व बीएससी पास किया था, लेकिन नौकरी नही लगने के साथ ही फसलों के दाम सही नही मिलने के कारण आर्थिक संकट से वह परेशान था। 
 
बीज उधार लेने आया था सत्यनारायण......
गांव के बाबूलाल धाकड़ ने बताया दो दिन पूर्व सत्यनारायण मुझसे सोयाबीन बीज उधार लेने आया था, उसका कहना था कि अभी उधार दे दो मैं वापस दे दंूगा। बाबूलाल ने यह भी बताया रोजगार व आर्थिक तंगी से सत्यनारायण परेशान था, उसने मुझे यह भी कहा था कि साहब मैं पढ़ा लिखा हंू, कहीं मंदसौर में किसी के यहां नौकरी पर ही लगवा दो। बाबूलाल ने यह भी बताया कि दो पूर्व सत्यनारायण ने खेत में बुआई के लिए सफाई भी की थी। 
 
भाजपा के राज में किसान कर रहे आत्महत्या.....
मल्हारगढ़ विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याक्षी रहे श्यामलाल जोकचन्द्र ने आरोप लगाया कि भाजपा के राज में किसान कर्ज के बोझ तले आत्महत्या को मजबूर है, फसलों के वाजिब दाम नही मिलने के अलावा भाजपा के इशारे पर उनके बैंकों व शासकीय संस्थाओं द्वारा पठानी वसूलियां की जा रही है, वहीं साहूकारों के कर्ज से भी किसान परेशान हो गया है। किसान व युवा आर्थिक संकट व बेरोजगारी के चलते आत्महत्या करने को मजबूर है, इसके लिए भाजपा सरकार दोषी है। 
 
विक्षिप्त था मृतक.....
मामले की जांच कर रहे एएसआई एनएस सिसौदिया का कहना है सत्यनारायण ने आत्महत्या क्यों कि ? यह कारण सामने नही आया है, जांच के दौरान पता चला कि मृतक विक्षिप्त था, जिसका पिछले 8 वर्ष से इलाज भी चल रहा था, कर्ज जैसी भी कोई बात सामने नही आई है, वहीं मृतक के पास कोई सुसाइट नोट भी नही मिला है।