हर समस्या का समाधान है गायत्री मंत्र का जप, जानिए इसके फायदे

Neemuch 25-04-2018 Devotional

रिपोर्ट- धर्म डेस्क

नीमच। शास्त्रों में गायत्री मंत्र को वेदों का सबसे श्रेष्ठ और कारगर मंत्र बताया गया है। गायत्री मंत्र को वेदमाता कहा जाता है। गायत्री मंत्र का जप हर घर में प्रत्येक दिन होता है। गायत्री मंत्र का जप करने से जीवन में कई तरह की समस्याओं का अंत हो जाता है। गायत्री मंत्र का पहला जप सूर्योदय से पहले शुरू किया जाना चाहिए। मंत्र का दूसरा समय दोपहर और तीसरा समय शाम को सूर्यास्त के कुछ देर पहले करना शुभ होता है। अगर किसी को लगातार व्यापार और नौकरी में नुकसान मिल रहा है तो गायत्री मंत्र का जप उसके लिए काफी फायदेमंद होता है। गायत्री मंत्र में कुल चौबीस अक्षर हैं। यह चौबीस अक्षर चौबीस शक्तियों-सिद्धियों के प्रतीक हैं। यही कारण है कि ऋषियों ने गायत्री मंत्र को भौतिक जगत में सभी प्रकार की मनोकामना को पूर्ण करने वाला बताया है। छात्रों के लिए यह मंत्र बहुत ही फायदेमंद है। स्वामी विवेकानंद ने भी कहा है कि गायत्री सदबुद्धि का मंत्र है, इसलिए उसे मंत्रो का मुकुटमणि कहा गया है।