सु-प्रभात

Neemuch 14-07-2018 Thought of the day

रुबरु मिलने का मौका नही मिलता,
इसीलिए,
शब्दों से नमन कर लेता हूँ, अपनों को . .. !!!
अच्छा लगता है मुझे;
उन लोगों को;
शुभ प्रभात का वंदन करना;
जो मेरे समक्ष न होते हुए भी;
मेरे ह्रदय के बहुत पास होने;
का एहसास दिलाते हैं ।

 
वर्तमान से सुख लेने का;
प्रयास करिये;
भविष्य बहुत कपटी होता है,
वो केवल आश्वासन देता है गारंटी नही ।
उठो, नयी ताजगी के साथ
शुरुआत करो,
हर दिन में जगमगाते;
अवसर को देखो।