जैन धर्म की दो परंपराओं के महा मुनियों का मैत्री मिलन चातुर्मास पूर्व आजाद नगर मे
Bhilwara 17-07-2018 Regional
रिपोर्ट.- धर्मेन्द्र कोठारी
भीलवाड़ा। विगत दिनों वर्धमान भवन आजाद नगर भारतीय संस्कृति मैं ऋषि-मुनियों का बहुत बड़ा महत्व रहा है। इसी महत्व का साक्षात दिग्दर्शन आजाद नगर के वर्धमान भवन में श्रमण संघीय महामंत्री सोभाग्य मुनि एवं तेरापंथ के मुनि सुखलाल मुनि मोहित कुमार आदि मुनिवरो का मैत्री मिलन देखने के रूप में मिला दो महामुनियों की अंतरवार्ता का प्रकृटीकरण धर्मसभा मे परिवर्तन में हुआ इसी संदर्भ में तेरापंथ के मुनि सुखलाल मैत्री भावो की प्रस्तुति के साथ एक प्रश्न उपस्थित किया कि जैन समाज और संस्कृति का भविष्य क्या है? मुनि सुखलाल ने भविष्य के परिवेश में वर्तमान की अव्यवस्थित स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि यदि जैन समाज अब भी जागरुक नहीं हुआ तो तो समाज और संस्कृति की प्रतिष्ठा पर आ जा सकती है इससे बचने के लिए संस्कारों के जागरण की एकता पर जोर दिया इसी दौरान श्रमणसंघ के महामंत्री सोभाग्य मुनि ने इस प्रश्न को गंभीरता लेते हुए समाज के चरित्र को आडंबरो खान पान रहन सहन आचार ,विचार व्यवहार के धरातल पर प्रकट किया उन्होंने कहा जब तक में परिवर्तन नहीं होगा चिंता का विषय है! जैन समाज का इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा है। हमे इस विषय पर चिंतन एवं मनन के साथ विचार कर उस पंरपरा जिवीत करने का सामूहिक परयास करने चाहिये ।जैन समाज मंत्री भाव मे विश्वास रखता है। इस अवसर पर प्रखर वक्ता मुनि मोहित कुमार ने कहा महावीर की वाणी में छुपे रहस्य को जानकर उससे जीवन को सार्थक बनाएं महावीर का दर्शन केवल अध्यात्म का दर्शन नहीं अपितु वह वार का है जो जीवन आत्म कल्याण का पथ प्रशस्त करता है। श्रमण संघ के कोमल मुनि ने भी विचार व्यक्त किए तेरापंथ के मुनि शांति सुधारस के श्लोकों का पाठ किया हिंदू महा संप्रदायों के गणमान्य श्रावक ए़वं श्राविकाएं उपस्थिति मे धर्मसभा रखे।
वर्धमान भवन.आजाद नगर के मंत्री नरेन्द्र लोढ़ा ने बताया की दिनांक 18 जुलाई को श्रमण संघीय महामंत्री सोभाग्य मुनि प्रवर्तक मदनमुनि का अरिहंत भवन मे प्रातः प्रर्वचन होगे ए़वं 21 जुलाई अम्बेश स्वाध्याय भवन से भव्य चातुर्मास मंगलप्रवेश रहेगा।