पत्रकार सम्मान एवं मिलन समारोह सम्पन्न

Neemuch 18-07-2018 Regional

            चित्र- मध्यप्रदेश आंचलिक पत्रकार संघ कें नवनिर्वाचित अध्यक्ष बैनाडिक कपूर का सम्मान करते वरिष्ठ पत्रकार

निष्पक्ष पत्रकारिता दो धारी तलवार है- सुरेन्द्र सेठी.....

रिपोर्ट- ब्यूरों डेस्क

नीमच। निष्पक्ष पत्रकारिता दो धारी तलवार है पत्रकार को समाचार कवरेज करते समय कानुनी नियमों का ध्यान रखना चाहिए, नहीं तो पत्रकार स्वंय भी कानुन के दायरे में आकर अपराध की श्रेणी में आ जाते है। पत्रकारिता निस्वार्थ, निष्पक्ष, गरीब की सेवा का लक्ष्य निर्धारित होना चाहिए।

                    चित्र- पत्रकार मिलन समारोह में पत्रकारों को सम्बोधित करते वरिष्ठ पत्रकार श्री सुरेन्द्र सेठी

यह बात वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र सेठी ने कही वे एक निजि होटल नाकोड़ा रेस्टोरेन्ट में रात्रि को आयोजित पत्रकार मिलन एवं सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहां कि पत्रकारिता में शुद्ध भाषा, व्यवहार ऐसा होना चाहिये कि वह काम धंधा नहीं लगे। पत्रकारिता का मिशन सेवा का होना चाहिये, व्यवसाय का नहीं। अफसोस है कि पत्रकार अपने को प्रधानमंत्री से बड़ा समझने लगे है। जबकि पत्रकार को लोगों के काम करना चाहिये और स्वंय को विनम्र रखना चाहिये। नीमच नगर की प्रथम पंक्ति के वरिष्ठ पत्रकार और मेरे पूज्य पिताजी गुलाबचन्द्रजी सेठी ने भी लम्बे समय तक नई दुनिया के माध्यम से पत्रकारिता की सेवा का कार्य किया। लेकिन उन्होंने विनम्रता नहीं छोड़ी। वरिष्ठ पत्रकार भूपेन्द्र बाबा गोड़ ने कहां कि -

                     चित्र- पत्रकार मिलन समारोह में पत्रकारों को सम्बोधित करते वरिष्ठ पत्रकार बाबा श्री भुपेन्द गौड़

आदरणीय सुरेन्द्रजी सेठी द्वारा की गई बात को गम्भीरता से सुना उन्होंने अपने शब्दों में पत्रकारिता को पारदर्शिता एवं निष्पक्ष सेवा करने की गाईड लाईन का संकेत दिया है। श्री सेठीजी की पत्रकारिता में गम्भीरता, गहरी तपस्या, गहरी सोच, चिंतन, विश्वसनीयता झलकती है। नये युवा पत्रकारों को इनसे सीख लेना चाहिये। नये पत्रकार चार-चार पृष्ठ रंग देते है, लेकिन उनकी खबर का असर तहसीलदार पर भी नहीं होता है। जबकि सेठीजी यदि दो या तीन काॅलम का समाचार भी लिखते ह,ै तो उनके शब्दों की गुंज नीमच से लेकर भोपाल तक गुजती है। हमें उनके समाचारों को पढ़कर पत्रकारिता के आर्दश गुण सिखने चाहिये। वरिष्ठ पत्रकार कवि सुरेशजी सन्नाटा ने कहां कि देश में 18 माह, 18 दिन जेल में रहने वाले लोकतंत्र प्रहरी मिसाबदियों को सरकार द्वारा हजारों रूपये की पेंशन मिल रही है, लेकिन समाज के गरीब, पिछड़े  वर्गो की समस्याओं  के समाचारों को कवरेज करने के लिये रात दिन खुन पसीना एक करने वाले लोकतंत्र के प्रहरी पत्रकारों को आज तक ऐसी किसी योजना का लाभ सरकार ने नहीं दिया है। जिससे पत्रकार अपने स्वाभिमान की जिंदगी जी सकें। यह आवाज नीमच से उठकर पूरे देश में जानी चाहिये की पत्रकारों को भी पेंशन मिलना चाहिये। वरिष्ठ पत्रकार दिनेष प्रजापति ने कहां कि इंदौर प्रेस क्लब में पत्रकारों की गाईड लाईन निर्धारित है। हम कभी इंदौर जायें तो उस अनुभव को जीवन में आत्मसात करें तो हम भी पत्रकारिता के क्षेत्र में सफलता के शिखर की ओर आगे बढ़ सकते है। पत्रकार न्यूज को अपने स्वंय का व्यूज नहीं बनाये। और एक्सक्लीयुजीव खबर बनाने के लिये परिश्रम करें तो समाज में उनकी अलग पहचान बन सकती है। फोटो पत्रकारिता भी व्यक्ति को लोकप्रियता दिला सकती है। डाक्टर जीवन कौशिक ने भी विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर मध्यप्रदेश आंचलिक पत्रकार संघ के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष बेनाडिक कपूर एवं शैलु अब्दुला गौरी का सभी पत्रकार साथियों द्वारा सम्मान किया गया। इस अवसर पर पवन शर्मा, खबर गुलशन सम्पादक लोकेन्द्र फतनानी, अर्जुनसिंह जायसवाल, एड़ विजय जोशी, डाॅ जीवन कौशिक, कुंवर कपिलसिंह चैहान, विजित महाडीक, रमेश राठौड, तेजसिंह शक्तावत,  युगलकिशोर बैरागी, मुकेश गुप्ता, राकेश मालवीय, आरिफ शेख, दिनेश नलवाया, राजेश भण्डारी, गोपाल मेहरा, भरत सोंलकी, रूपेश शक्तावत सहित बड़ी संख्या में पत्रकारगण साथी उपस्थित थे।