नही थम रहा किसानों की आत्महत्या का दौर,फिर किसान ने सल्फास खाकर की आत्महत्या

Pipliya Mndi 18-07-2018 Regional

                        दिव्यांग किसान, मौके पर जांच करते पुलिस अधिकारी, शोक जताते कांग्रेस नेता जोकचन्द्र व अन्य 
नही थम रहा किसानों की आत्मह का त्यादौर, मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र के लाऊखेड़ी में फिर किसान ने सल्फास खाकर की आत्महत्या, केसीसी के लिए पांच माह से लगा रहा था मंदसौर बैंक के चक्कर, कांग्रेस नेता जोकचन्द्र का आरोप, सरकार की गलत नीतियों के चलते किसान आत्महत्या को मबजूर..... 
 
रिपोर्ट- जेपी0तेलकार
 
पिपलिया स्टेशन। मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कर्ज से आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है। मंगलवार को मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र के गांव लाऊखेड़ी में फिर कर्ज से परेशान एक दिव्यांग किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। जहर खाने से पहले उसने भाई को मोबाइल पर कॉल भी की और बताया कि वह अब काफी तंग आ चुका है, कर्ज से परेशान हो गया है। परिजनों के अनुसार केसीसी जमा कराने के बाद पुनः लेने के लिए किसान पांच माह से मंदसौर यूनियन बैंक के चक्कर लगा रहा था, बैंक में उसे गुमराह किया जा रहा था। इधर बुधवार को मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याक्षी रहे श्यामलाल जोकचन्द्र ने गांव पहंुच शोक व्यक्त किया व किसान द्वारा आत्महत्या के लिए प्रदेश सरकार को दोषी ठहराया। जानकारी के अनुसार मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अफजलपुर थाना क्षेत्र के गांव लाऊखेड़ी में दिव्यांग किसान भारतसिंह (30) पिता रामसिंह राजपूत का शव मंगलवार को सुबह कूचड़ोद गौशाला के पास मिला, मृतक के पास सल्फास का पाउच भी मिला, पुलिस ने मामला आत्महत्या का माना है। 
 
भाई को कॉल की, बोला केसीसी नही मिला, अब नही जीना.....
छोटे भाई श्यामसिंह ने बताया सोमवार को दोपहर भारतसिंह ने उन्हें कॉल की और बोले की मुझे बैंक ने केसीसी नही दी है और कर्जदार परेशान कर रहे है, मैं सल्फास खा लंूगा। कॉल आने के बाद श्यामसिंह सहित परिजनों ने भारतसिंह की काफी तलाश की, लेकिन वह नही मिला। 
 
5 माह से सैकड़ों चक्कर काटे मंदसौर बैंक के.....
मृतक किसान के पिता रामसिंह ने बताया उनकी मंदसौर यूनियन बैंक से तीन लाख की केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) थी। पांच माह पूर्व बैंक ने उक्त रुपए जमा कराने की बोला और कहा कि चार लाख मिल जाएंगे। इस कारण कर्ज कर तीन लाख रुपए जमा करा दिए। लेकिन बैंक किसान को चक्कर लगवाती रही। परिजनों के अनुसार किसान कई बार पिता रामसिंह के साथ ही शतायुपार दादी को भी बैंक ले गया। लेकिन उन्हें टालम-टोल कर गुमराह किया जाता रहा। परिजनों ने यह भी बताया कि बैंक से औंकार नामक व्यक्ति का कॉल आता वह मंदसौर बुलाया, मंदसौर जाने के लिए भी भारतसिंह को उधार रुपए की व्यवस्था कर जाना पड़ रहा था। पांच में वह सैकड़ों बार मंदसौर बैंक के चक्कर लगाता रहा। 
 
गरीब है किसान, खेती पर आश्रित है परिवार..... 
दिव्यांग किसान भारतसिंह गरीब है, उसके दस बीघा जमीन है, इसी पर पूरा परिवार आश्रित है, फसलों के दाम नही मिलने से भी हालत और दयनीय हो गई थी। घर में पत्नी व 10 वर्षीय बेटी नेहाकंुवर जो छटी में अध्ययनरत है, वहीं 7 बेटा अजयसिंह जो 3 रीं में अध्ययनरत है, भारतसिंह के आत्महत्या करने के बाद परिवार के सामने और ज्यादा आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। 
 
कांग्रेस नेताओं ने जताया शोक, प्रदेश सरकार को ठहराया दोषी..... 
बुधवार को कांग्रेस नेता श्यामलाल जोकचन्द्र, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश पटेल, पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा, पूर्व जनपद सदस्य प्रकाश राठौर, बालेश्वर पाटीदार गांव लाउखेड़ी मृतक के निवास शोक जताने पहंुचे, परिवार को ढ़ाढस बंधाया व सरकार से पच्चीस लाख रुपए मुआवजे की मांग की। कांग्रेस नेता जोकचन्द्र ने आरोप लगाया केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के चलते किसान आर्थिक संकट से गुजर रहा है, फसलों का वाजिब दाम नही मिलने से किसान कर्ज तले दब गया है और आत्महत्या करने को मजबूर है। किसानों के लिए भाजपा सरकार की योजनाएं केवल कागजों में चल रही है, धरातल पर कुछ नही है।