सु-प्रभात
Neemuch 19-07-2018 Thought of the day
जब तक साँस है,
टकराव मिलता रहेगा ।
जब तक रिश्ते हैं,
घाव मिलता रहेगा ।
पीठ पीछे जो बोलते हैं,
उन्हें पीछे ही रहने दें,
रास्ता सही है तो;
गैरों से भी लगाव मिलता रहेगा ।
मन खुश है तो
एक बूंद भी बरसात है
दुखी मन के आगे
समंदर की भी
क्या बिसात है ।
एक बूंद भी बरसात है
दुखी मन के आगे
समंदर की भी
क्या बिसात है ।
सुख हो लेकिन
शांति न हो तो
समझना कि आप
सुविधा को गलती से
सुख समझ रहे हो ।
शांति न हो तो
समझना कि आप
सुविधा को गलती से
सुख समझ रहे हो ।